
देश के खिलाफ युद्ध छेड़ रहे शख्स से...BCCI ने बताया क्यों नहीं ली नकवी से ट्रॉफी
संक्षेप: बीसीसीआई ने मोहसिन नकवी के हाथों एशिया कप की ट्रॉफी नहीं लेने की वजह बताई है। बोर्ड सचिव देवाजीत सैकिया ने बताया कि टीम इंडिया एक ऐसे शख्स के हाथों ट्रॉफी कतई स्वीकार नहीं कर सकती जो 'भारत के खिलाफ जंग छेड़ रहा' हो।
भारत ने रविवार को फाइनल में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर एशिया कप अपने नाम कर ली। टूर्नामेंट के 41 साल के इतिहास में दोनों टीमों के बीच पहली बार फाइनल मुकाबला हुआ और बाजी लगी भारत के हाथ। टीम इंडिया ने एशिया कप 2025 में फाइनल समेत 3 बार पाकिस्तान को धूल चटाई। हालांकि भारतीय टीम को ऐतिहासिक खिताबी जीत का जश्न बिना ट्रॉफी के ही मनाना पड़ा क्यों पीसीबी चीफ मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी ही 'चुरा' ली।
नकवी एशियन क्रिकेट काउंसिल के भी चीफ हैं और वह अड़े थे कि ट्रॉफी उनके ही हाथों दी जाएगी लेकिन टीम इंडिया ने साफ कर दिया कि उनके हाथ से यह हरगिज मंजूर नहीं है। बीसीसीआई ने इसकी वजह भी बताई है कि क्यों उसने नकवी के हाथों ट्रॉफी नहीं लेने का फैसला किया।
मोहसिन नकवी काफी देर तक मंच पर टीम इंडिया का इंतजार करते रहे। उनसे 20-25 गज की दूरी पर भारतीय खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ और उनके परिजन जीत का जश्न मनाते रहे लेकिन वे नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने नहीं गए। आखिरकार थकहारकर नकवी वापस लौट गए और अपने साथ ट्रॉफी और भारतीय खिलाड़ियों के मेडल भी अनधिकृत रूप से होटल रूम में लेकर चले गए।
मोहसिन नकवी की इस ट्रॉफी चोरी की गिरी हुई हरकत पर बीसीसीआई ने बहुत ही तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीसीसीआई सेक्रटरी देवाजीत सैकिया ने कहा है कि नवंबर में दुबई में होने वाली आईसीसी की मीटिंग में बोर्ड नकवी के खिलाफ 'बहुत ही सख्त विरोध' दर्ज कराएगा।
सैकिया ने ये भी बताया कि टीम इंडिया ने नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से क्यों इनकार किया। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसे शख्स के हाथों ट्रॉफी कतई स्वीकार नहीं कर सकता जो 'देश के खिलाफ जंग छेड़ रहा' है।
सैकिया ने कहा, 'जहां तक ट्रॉफी की बात है, ट्रॉफी वितरण की बात है तो भारत ऐसे शख्स से ट्रॉफी नहीं ले सकता जो देश के खिलाफ युद्ध छेड़ रहा। हमने ट्रॉफी नहीं लेने का फैसला किया लेकिन इससे उस जेंटलमैन को ट्रॉफी और मेडल को होटल लेने की अनुमति थोड़े मिल जाती है।'
मोहसिन नकवी एशियन क्रिकेट काउंसिल और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष होने के साथ-साथ पाकिस्तान सरकार में गृह मंत्री भी हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नकवी ने भारत पर परमाणु हमले की गीदड़भभकी दी थी लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों ने न सिर्फ पाकिस्तानी एयरबेसों और सैन्य ठिकानों को तबाह किया बल्कि आतंकियों के पनाहगाह मुल्क की न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को भी हवा में उड़ा दिया। नकवी भारत के खिलाफ जहरीले बयानों के लिए भी कुख्यात हैं और इस वजह से उनका एक्स अकाउंट भारत में प्रतिबंधित है।






