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समर्थन मांगने छत्तीसगढ़ आए UPA के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा, बोले- देश को खामोश नहीं जिम्मेदार राष्ट्रपति की जरूरत

देश को खामोश राष्ट्रपति नहीं, बल्कि ऐसे राष्ट्रपति की जरूरत है, जो संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करे। पीएम को सलाह दें, लेकिन जो कठपुतली हैं वे ऐसा नहीं करेंगे। यह अत्यंत गरिमा का पद है।

समर्थन मांगने छत्तीसगढ़ आए UPA के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा, बोले- देश को खामोश नहीं जिम्मेदार राष्ट्रपति की जरूरत
Sandeep Diwanलाइव हिन्दुस्तान,रायपुरFri, 01 Jul 2022 09:49 PM

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देश को खामोश राष्ट्रपति नहीं, बल्कि ऐसे राष्ट्रपति की जरूरत है, जो अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करे। प्रधानमंत्री को सलाह दें, लेकिन जो कठपुतली हैं वे निश्चित रूप से ऐसा नहीं करेंगे। राष्ट्रपति का पद अत्यंत गरिमा का पद है। अच्छा होता कि इस पद के लिए चुनाव ही न हो। पक्ष-विपक्ष दोनों मिलकर बैठते और सर्वसम्मति से किसी एक व्यक्ति को चुन लिया जाता। ऐसा करने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की बनती है। संविधान में राष्ट्रपति के कुछ कर्तव्य भी निर्धारित हैं। हमने देखा है कि ऐसे भी राष्ट्रपति हुए हैं, जिन्होंने पद की शोभा बढ़ाई है। कभी-कभी खामोश राष्ट्रपति भी आए हैं, जो अपने निर्धारित जिम्मेदारियों को नहीं निभा पाए। उक्त बातें UPA के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कही। 

रायपुर के एक होटल में मीडिया से चर्चा करते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि आज मैं आपके बीच हूं। छत्तीसगढ़ से मेरा विशेष संबंध है। वह संबंध 60 साल पहले का है। मैं यहां भिलाई आया था। यहां मेरी शादी हुई थी, इसलिए मैं छत्तीसगढ़ से विशेष लगाव महसूस करता हूं। सिन्हा ने कहा कि मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि इतने सारे विपक्षी दलों ने मुझे अपना उम्मीदवार चुना है। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहूंगा कि कोशिश करने में कहीं कमी नहीं होने दूंगा। 27 जून को हमने नामांकन दाखिल किया और 28 से ही निकल पड़े हैं। तब से चल रहे हैं और चलते ही रहेंगे, जब तक कि 18 जुलाई को मत नहीं पड़ जाते। मुझे समर्थन देने वाले दलों का मैं आभारी हूं। उन्होंने कहा कि भाजपा के जो हमारे मित्र हैं, जो पुराने साथी हैं, उन्हें अपने विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए। ये लड़ाई विचारधारा की है। संवैधानिक मूल्यों को बचाने और उसे नष्ट करने वालों के बीच की है।

प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ ED का इस्तेमाल, कभी नहीं सोंचा
ईडी, आईटी, सीबीआई के मुद्दे पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि सरकार में रहते हमारे दिल में कभी दूर-दूर तक यह ख्याल भी नहीं आया कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ ईडी का इस्तेमाल करूं। आज सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग का खुला खेल चल रहा है। इससे निकृष्ट काम कोई दूसरा नहीं हो सकता है। कुछ लोग पहले मेरे समर्थन में थे, लेकिन अब नहीं दिखाई दे रहे हैं, शायद उसका कारण भी यही है। जिन राजनीतिक दलों ने मुझे समर्थन देकर प्रत्याशी बनाया था, वह सरकारी एजेंसियों के दबाव में साथ छोड़कर चले गए हैं। सिन्हा से मीडिया कर्मियों द्वारा यह पूछने पर कि आप और एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू में से कौन ज्यादा योग्य है। इस पर सिन्हा ने चुटकी लेते कहा कि मुर्मू योग्य है, लेकिन मैं उनसे बेहतर हूं। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, राज्य सभा सांसद केटीएस तुलसी, सुधींद्र कुलकर्णी, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम मौजदू रहे।

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