आदिवासी हिंदू नहीं हैं, मंत्री के बयान पर बढ़ा बवाल; BJP बोली- यह बांटने की कोशिश, हम गणेश को पूजते हैं
भाजपा नेता केदार नाथ कश्यप ने आगे कहा कि कवासी लखमा आदिवासियों के बारे में कितना जानते हैं? उन्होंने यह कैसे दावा कर दिया कि आदिवासी हिंदू नहीं और वो सनातन धर्म में विश्वास नहीं करते हैं।

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छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा द्वारा आदिवासियों को लेकर दिये गये बयान के बाद यह विवाद बढ़ता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने इस बयान को लेकर कांग्रेस को घेरा है। हाल ही में राज्य के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा था कि आदिवासी हिंदू नहीं है। इसपर पूर्व मंत्री और आदिवासी नेता केदार नाथ कश्यप ने कहा कि कांग्रेस आदिवासियों को बांटना चाहती है। उन्होंने कहा कि आदिवासी भगवान गणेश की पूजा करते आए हैं।
केदार नाथ कश्यप ने कहा, 'हम दशहरा जैसे हिंदुओं के पर्व को पूरी उत्साह के साथ मनाते हैं। यह सिर्फ सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस की साजिश है कि आदिवासियों को बांटा जाए।' भाजपा नेता ने आगे कहा कि कवासी लखमा आदिवासियों के बारे में कितना जानते हैं? उन्होंने यह कैसे दावा कर दिया कि आदिवासी हिंदू नहीं और वो सनातन धर्म में विश्वास नहीं करते हैं। हम कई पीढ़ियों से भगवान गणेश और मां दंतेश्वरी की पूजा करते आ रहे हैं।
भाजपा नेता ने आगे कहा कि कवासी का बयान और कुछ नहीं बल्कि आदिवासी समुदाय के लोगों को बांटने और उन्हें भ्रमाने की कोशिश है। यह हमारी संस्कृति में है हम बस्तर और पूरे देश में अपने आदिवासी देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। छत्तीसगढ़ के मंत्री कवासी लखमा ने कहा था कि हम इस देश के मूल निवासी नहीं हैं। हम हिंदू से अलग हैं। हिंदू और बौद्ध कहीं-कहीं से आए हैं। जनगणना में हम आदिवासी धर्मकोड की मांग करेंगे। हम प्राचीन काल से इस जमीन पर रहे हैं। हम जंगलों में रहते हैं। हमारे रीति-रिवाज हिंदुओं से अलग हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। आदिवासी बहुल माने जाने वाले इस राज्य में चुनाव के लिहाज से आदिवासी काफी अहम हैं। लेकिन चुनाव से पहले आदिवासियों के हिंदू ना होने की बात कह कर भूपेश बघेल सरकार के मंत्री ने एक नई बहस छेड़ दी है।