छत्तीसगढ़ में पहली बार ट्रांसजेंडर पुलिसकर्मी गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में होंगी शामिल
छत्तीसगढ़ पुलिस की विशेष बस्तर लड़ाकू इकाई के दो ट्रांसजेंडर कांस्टेबल गुरुवार को पहली बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में जगदलपुर में गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेंगे। पढ़ें यह रिपोर्ट...
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छत्तीसगढ़ पुलिस की विशेष बस्तर लड़ाकू इकाई के दो ट्रांसजेंडर कांस्टेबल गुरुवार को पहली बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में जगदलपुर में आयोजित होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेंगे। छत्तीसगढ़ पुलिस ने 2021 में 13 ट्रांसजेंडर लोगों को कांस्टेबल के रूप में भर्ती किया था। इनमें से नौ को माओवाद प्रभावित बस्तर में तैनाती के लिए यूनिट में शामिल किया गया था। थर्ड जेंडर वेलफेयर बोर्ड की सदस्य विद्या राजपूत ने दोनों फाइटर को परेड में शामिल किए जाने को एक बड़ी उपलब्धि और समुदाय के लिए गर्व का क्षण बताया है।
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने बताया कि गुरुवार को जगदलपुर में गणतंत्र दिवस परेड में बस्तर के फाइटर पुरुषों, महिलाओं और थर्ड जेंडर के प्लाटून भाग लेंगे। राज्य में यह पहली बार है कि थर्ड जेंडर के फाइटर परेड में भाग ले रहे हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गणतंत्र दिवस की परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। यह थर्ड जेंडर के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह निश्चित रूप से थर्ड जेंडर के फाइटर के मनोबल को बढ़ावा देगा और पुलिस बल को अधिक समावेशी और प्रगतिशील बनाएगा।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले थर्ड जेंडर के फाइटर में से एक रिया मंडावी ने परेड में अपनी भागीदारी को पूरे समुदाय के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि पहले हमारे साथ अलग तरह से व्यवहार किया जाता था। पुलिस बल में चुने जाने के बाद, हमें एक सकारात्मक पहचान मिली और अब हमें सम्मान के साथ देखा जा रहा है। रिया मंडावी ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेना एक सपने के सच होने जैसा है। हम ऐसा मौका देने के लिए सरकार और पुलिस विभाग के आभारी हैं।
इस बीच गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के कुल 901 पुलिसकर्मियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) से 140, विशष्टि सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) से 93 और मेधावी सेवा के लिए पुलिस पदक (पीएम) से 668 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया है। 140 वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वालों में से 80 पुलिसकर्मी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों से हैं। वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले कर्मियों में 48 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के हैं, जबकि छत्तीसगढ़ पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के क्रमशः सात-सात जवानों को यह सम्मान मिला है।