छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस के चिंतन शिविर और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर एक बार फिर निशाना साधा। डॉ. रमन ने कहा कि यह चिंतन नहीं चिंता शिविर है। मुझे ख्याल आ रहा है कि 2013 में जयपुर में चिंतन शिविर हुआ था। उस समय 13 राज्यों में इनकी सरकार थी। उस समय भी इनके 3 ही नेता थे। आज 2022 में फिर चिंतन शिविर में बैठे। 13 राज्यों से 2 राज्यों में इनकी सरकार सिमट गई। फिर वही 3 नेता प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और सोनिया गांधी चिंतन शिविर कर रहे हैं। इनकी बंद मुट्ठी में पूरी की पूरी संगठन आज काम कर रही है। न दरवाजे खुल रहे हैं और न कोई अध्यक्ष है।
डॉ. रमन ने कहा कि राहुल गांधी ऐसे व्यक्ति हैं जो इस चिंतन शिविर के केंद्र बिन्दू हैं। वह ऐसा कैप्टन है जो न रन बना रहा है और न विकेट ले रहा है। इसके बाद भी उसको नान प्लेयिंग कैप्टन बना दें, उसके लिए भी तैयार नहीं हो रहे हैं। उसके लिए पूरी कसरत हो रही है। पिछले 10 साल से राहुल गांधी की ताजपोशी की बात हो रही है। मुझे लगता है कि चिंता का विषय यही है कि उसे नान प्लेयिंग कैप्टन बनाया जाए। कांग्रेस सिर्फ इसी दुविधा में इतने बड़े-बड़े चिंतन शिविर कर रही है। डॉ. रमन ने कहा कि कांग्रेस के पास न कोई नीति है। न कोई प्रोग्राम है और न ही देश के लिए कोई कार्ययोजना।
पूरे दौरे की जानकारी सीएम को भेज देंगे
सीएम भूपेश बघेल द्वारा भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी द्वारा प्रदेश के नेताओं को नहीं पूछने की बात कहने पर डॉ. रमन ने कहा कि प्रभारी किससे बात करतीं हैं, किससे बात नहीं करती, इसकी सबसे ज्यादा चिंता हिन्दुस्तान में एक ही शख्स भूपेश बघेल को है। पुरंदेश्वरी जी किससे मिल रहीं हैं। किससे बात कर रहीं हैं, कहां दौरा कर रहीं हैं। इसकी सबसे ज्यादा चिंता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को होती है। अब आने वाले समय में प्रदेश प्रभारी के दौरे की पूरी जानकारी मुख्यमंत्री को भेज देंगे, ताकि उनकी चिंता से वे मुक्त हो जाएं।
बस्तर में मुख्यमंत्री जाएंगे, फोटो खिंचवाएंगे
सीएम भूपेश बघेल के बस्तर विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर डॉ. रमन ने कहा कि अच्छी बात है। वहां ज्यादा से ज्यादा समय देना चाहिए। आदिवासियों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों का बस्तर में विरोध शुरू हो गया है। पूरी सरकार से वनवासी कट गए हैं। सिलगेर सहित कई आंदोलन चल रहे हैं। बस्तर के आदिवासी लंबी लड़ाई को तैयार हैं। डॉ. रमन ने कहा कि बस्तर में मुख्यमंत्री जाएंगे, फोटो खिंचवाएंगे। एक बच्चे का ऑपरेशन कराने की बात कर देंगे। एक मकान दिलाने की बात कर देंगे। इनकी सरकार में कोई कार्ययोजना पर विस्तार से बात नहीं होती है।