छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर बरकरार, दुर्ग जिले में लगाया गया लॉकडाउन
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मंगलवार से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है, जो 14 अप्रैल तक चलेगा। दुर्ग जिले के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को...
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मंगलवार से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है, जो 14 अप्रैल तक चलेगा। दुर्ग जिले के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि जिले में लॉकडाउन का असर सुबह से ही दिखना शुरू हो गया। इस दौरान शहर के सारे महत्वपूर्ण बाजार भी बंद रहे।
अधिकारियों ने बताया कि शहर के सभी महत्वपूर्ण चौराहों पर पुलिस की टीम निगरानी करती रही। पुलिस और नगर निगम के सचल दलों ने भी शहर में गश्त लगाई। केवल मेडिकल इमरजेंसी, जांच और टीकाकरण के लिए लोग घरों से बाहर निकले। जिले में दवा दुकानों और चश्मा दुकानों समेत आवश्यक सामान वाली दुकानों को छोड़कर अन्य सभी दुकाने बंद है।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने चार दिनों पहले लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया था, जिससे लोग आवश्यक सामानों की खरीदारी कर सकें। उन्होंने बताया कि कलेक्टर ने अधिकारियों को जरूरतमंदों को किसी तरह से दिक्कत ना हो यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिले की सभी सीमाएं सील रहेगी और केवल ई-पास के माध्यम से ही प्रवेश दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि दुर्ग जिले में सोमवार तक 44,053 मामले सामने आ चुके हैं। जिले में अब तक 803 संक्रमित मरीजों की मौत भी हुई है। वहीं फिलहाल जिले में 12,589 लोगों को इलाज किया जा रहा है।
इस बीच केंद्र सरकार ने राज्य के 11 जिलों में उच्च स्तरीय मल्टी डिसिप्लिनरी पब्लिक हेल्थ टीमों को तैनात करने का फैसला किया है। ये टीमें संक्रमण के कारण होने वाली मौतों के संबंध में जानकारियां लेंगी। राज्य के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि ये टीमें कोरोना वायरस संक्रमण की निगरानी, नियंत्रण और इससे जुड़े उपायों को लेकर राज्य के स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय अधिकारियों की सहायता करेंगी।