
छत्तीसगढ़ में 6 जिलों के लिए बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, जानिए कैसा रहेगा अगले 3 दिन का मौसम
संक्षेप: पिछले 24 घंटों में बस्तर संभाग में अनेक स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश हुई, सुकमा में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हुई। अन्य संभागों में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई, जबकि दुर्ग संभाग में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हुई।
मौसम विभाग का कहना है कि ओडिशा तट से सटे बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में बने निम्न दबाव क्षेत्र के प्रभाव से अगले 2 दिनों तक दक्षिण छत्तीसगढ़ में भारी से अति भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। इसके साथ ही विभाग ने बुधवार को छत्तीसगढ़ में देर रात तक के लिए कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और सुकमा जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां 15 मिमी प्रति घंटे की रफ्तार से पानी गिर सकता है, साथ ही तेज हवा चलने के साथ ही बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं। इसके अलावा विभाग ने कबीरधाम और कोंडागांव जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए देर रात तक यहां मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।
बुधवार सुबह तक बीते 24 घंटे के मौसम की बात करें तो बस्तर संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा हुई और सुकमा में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हुई। अन्य संभागों में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई, जबकि दुर्ग संभाग में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हुई। बीते दिन सुकमा जिले में सबसे ज्यादा 210 मिमी यानी 21 सेंटीमीटर पानी गिरा। प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर हुई बारिश के आंकड़ों की बात करें तो सुकमा के बाद दंतेवाड़ा में 190 मिमी, जगदलपुर में 78 मिमी, दुर्ग में 67 मिमी, रायपुर में 26 मिमी और राजनांदगांव में 15 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस दौरान प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दुर्ग में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस राजनांदगांव में दर्ज किया गया।
बुधवार को राजधानी रायपुर में आकाश में बादल छाए रहने के साथ ही एक-दो बार वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।
अगले तीन दिन इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
बुधवार 27 अगस्त को मौसम विभाग ने प्रदेश के नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां तेज हवाएं चलने के साथ ही बिजली गिरने की घटनाएं होने की संभावना भी जताई है। इसके अलावा विभाग ने राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, महासमुंद, बालोद, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव और बस्तर जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
गुरुवार 28 अगस्त को मौसम विभाग ने राजनांदगांव और कोंडागांव जिलों के लिए बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, यहां आंधी-तूफान आने के साथ ही बिजली गिरने की संभावना भी जताई है। इसके अलावा विभाग ने प्रदेश के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, मुंगेली, कबीरधाम, बेमेतरा, महासमुंद, रायपुर, दुर्ग, गरियाबंद, धमतरी, बालोद, कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और सुकमा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए इन जिलों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है।
शुक्रवार 29 अगस्त को मौसम विभाग ने प्रदेश के दो जिलों कांकेर और कोंडागांव के लिए बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा प्रदेश के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान बलरामपुर, जशपुर, सूरजपुर, सरगुजा, कोरिया, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बिलासपुर, मुंगेली, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, नारायणपुर और बीजापुर जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
भारी बारिश ने बस्तर में पहुंचाया खूब नुकसान
बस्तर संभाग में सोमवार से शुरू हुई बारिश ने जनजीवन को तरबतर और बदहाल कर दिया है। बारिश व बाढ़ के कारण अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो छात्राएं लापता हैं। भारी बारिश के कारण बड़ी संख्या में लोगों ने राहत शिविरों में शरण ले रखी है। बस्तर संभाग के तीन जिले दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर सड़क मार्ग से कट चुके हैं। साथ ही सीमावर्ती राज्यों से भी सड़क संपर्क खत्म हुआ है। साथ ही महाराष्ट्र और तेलंगाना राज्यों से सटे बीजापुर का संपर्क टूट चुका है।
बारिश ने राष्ट्रीय राजमार्गो व राजमार्गों पर बने पुलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। दक्षिण बस्तर के जिलों में इंफ्रास्ट्रक्चर की भारी क्षति देखी गई है। इंद्रावती नदी में डूबी दो छात्राओं का शव अब तक बरामद नहीं किया जा सका है। जगदलपुर की दरभा घाटी के पास से बही कार में सवार चार लोगों के शवों को नदी से निकाल लिया गया है।
महत्वपूर्ण मौसम की विशेषताएं एवं सिनोप्टिक स्थितियां
ओडिशा तट से सटे बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में बना एक सुस्पष्ट निम्न दबाव का क्षेत्र आज, 27 अगस्त 2025 को सुबह 8:30 बजे तक बना रहा। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके ओडिशा से होते हुए धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। मॉनसून द्रोणिका अब बीकानेर, वनस्थली, दमोह, पेंड्रा रोड से होकर ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में स्थित सुपर मार्किड कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र तक और वहां से दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के पूर्व मध्य तक पहुंच रही है।

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Sourabh Jainलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




