चडीगढ़ में बढ़ते कोरोना मामलों के साथ पाबंदियां लागू, रात 11 बजे तक ही खुलेंगे रेस्तरां, 31 मार्च तक स्कूल-कॉलेज भी बंद
देशभर कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में देशभर के कई हिस्सों में एक बार फिर से पाबंदियां लगाई जा रही हैं। कहीं नाइट कर्फ्यू लगाया जा रहा है, तो हाल ही खोले गए स्कूल-कॉलेज दोबारा बंद...
देशभर कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में देशभर के कई हिस्सों में एक बार फिर से पाबंदियां लगाई जा रही हैं। कहीं नाइट कर्फ्यू लगाया जा रहा है, तो हाल ही खोले गए स्कूल-कॉलेज दोबारा बंद किए जा रहे हैं।
इस बीच चंड़ीगढ़ में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए, कई तरह की पाबंदियां लगाई जा रही हैं। चंडीगढ़ प्रशासन ने इन पाबंदियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि सभी रेस्तरां और खाने के स्थल रात 11 बजे तक बंद हो जाएंगे, खाने का आखिरी ऑर्डर 10 बजे तक लिया जा सकता है। इसके साथ ही सभी प्रकार के सार्वजनिक होली-मिलन समारोहों पर भी प्रतिबंध लगाया दिया गया है। क्लब, होटल, रेस्तरां आदि में होली के किसी भी समारोहों की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा संचालित राजकीय संग्रहालय, पुस्तकालय, सभागार, थियेटर आदि अगले आदेश तक बंद रहेंगे। वहीं, सभी खाने की जगह, रेस्तरां, तमाम मॉल समेत खाना-खिलाने वाले होटल भी अब केवल केवल 50% क्षमता के साथ ही चलेंगे।
इसके अलावा उच्च शिक्षा निदेशालय, चंडीगढ़ के आदेशानुसार, चंडीगढ़ में सभी शैक्षणिक संस्थान (स्कूल और कॉलेज) 31 मार्च तक तत्काल प्रभाव से बंद रहेंगे।लेकिन सभी शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी सभी कार्य दिवसों में भाग लेते रहेंगे।
The State Museums, Libraries, Auditoriums, Theatres etc. run by Chandigarh Administration will remain closed till further orders. All eating places, restaurants, hotels including food joints in various Malls will run only with 50% capacity: Chandigarh Administration
— ANI (@ANI) March 22, 2021
आपको बता दें कि चंडीगढ़ में 208 नए कोरोना मामले सामने आए हैं, जिससे की कुल मामलों की संख्या 24,667 तक पहुंच गई है। अब सक्रिय मामलों की संख्या 1,979 हो गई है और मरीजों की मौत का आंकड़ा 363 तक पहुंच गया है।
इसके अलावा देश में महाराष्ट्र के बाद अब पंजाब भी कोरोना वायरस का गढ़ बनता जा रहा है। राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 2669 मामले सामने आए हैं और इस महामारी से 44 लोगों की मौत हुई है। इस साल पहली बार ऐसा हुआ जब राज्य में कोरोना के इतने मामले सामने आए हैं और 40 से अधिक लोगों की मौत हुई है। यही वजह है कि पंजाब उत्तर भारत में कोरोना का गढ़ बन गया है।
बता दें कि राज्य में पिछले साल मार्च में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। तब से लेकर अभी तक राज्य में 2.13 लाख केस सामने आ चुके हैं और 6,324 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में इस साल जनवरी में कोरोना के नए केस का आंकड़ा गिरकर 200 तक पहुंच गया था। लेकिन, पिछले एक हफ्ते से राज्य में औसतन 2000 नए मामले सामने आ रहे हैं।
जिलों की बात करें तो जालंधर में पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक 393 नए केस सामने आए हैं। लुधियान में 330, एसएएस नगर 327, होशियारपुर में 259 और पटियाल में 244 नए मामले सामने आए हैं। जहां तक मौतों का संबंध है, दोआबा सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है।