WBBSE : परीक्षाओं रिजल्ट और अगले सत्र को लेकर असमंजस में बंगाल बोर्ड
पश्चिम बंगाल में सेकंडर और हायर सेकंडरी एजूकेशन संस्थाएं कोरोना वायरस के कारण समय पर परीक्षा परिणाम जारी करने और अगला सत्र शुरू होने को लेकर असमंजस में हैं। वेस्ट बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकंडरी...
पश्चिम बंगाल में सेकंडर और हायर सेकंडरी एजूकेशन संस्थाएं कोरोना वायरस के कारण समय पर परीक्षा परिणाम जारी करने और अगला सत्र शुरू होने को लेकर असमंजस में हैं।
वेस्ट बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकंडरी एजूकेशन (डब्ल्यूबीबीएसई) ने हाल में हायर सेकंडरी (12वीं) की परीक्षाएं स्थगित कर दी थीं। परीक्षाएं स्थगित होने से पहले 11वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा के कुछ ही पेपर हो पाए हैं।
डब्ल्यूबबीबबीएसई ने हाल माध्यमिक (class 10th) परीक्षा करा ली थी लेकिन कोरोना महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए शुरू हुए लॉकडाउन के कारण उत्तर पुस्तिकाओं को इकट्ठा करने व उन्हें बांटने का काम अभी भी ठप पड़ा है।
डब्ल्यूबीबीएसई के अध्यक्ष महुआ दास ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि सरकार जब हालात को सामान्य घोषित करेगी तो बोर्ड का पहला काम होगा कि परीक्षाओं को पूरा करा लिया जाए। लेकिन यह काम कब और कैसे होगा इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
वहीं बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि परीक्षाओं का रिजल्ट जापरी करने में इस बार देरी हो सकती है। अधिकारी ने कहा उनकी निजी राय है कि परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद ही अगले सत्र की प्रवेश प्रक्रिया जुलाई से शुरू हो जाएगी। अगर कोरोना का संकट और लंबा खिंचता है तो हमें कुछ पता नहीं है कि क्या होगा। हम सबकुछ अच्छा होने की कामना बस कर सकते हैं।
डब्ल्यूबीबीएसई ने कहा कि जब तक सरकार कामकाम शुचारू रूप से शुरू करने का आदेश जारी नहीं करती तक तक कुछ नहीं हो सकता। इस असमंजस वाले हालात पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता। बोर्ड के एक और अध्यक्ष कल्यानमॉय गांगुली ने बताया कि अगले चरण की प्रक्रिया इस बात पर निर्भर करती है कि सरकार 14 अप्रैल के बाद क्या फैसला लेती है।
डब्ल्यूबीबीएसई बोर्ड की माध्यमिक की परीक्षाएं हो चुकी हैं और उनका रिजल्ट मई तक जारी किया जाना था लेकिन अभी जो हालात हैं उससे लगता है कि रिजल्ट में देरी हो सकती है।
वहीं जाधवपुर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो सुरंजन दास का कहना है कि जब तक मौजूदा हालात सामान्य नहीं हो जाते तब तक आगे की शैक्षिक प्रक्रिया के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।