आंखों से नहीं देख सकते IAS अधिकारी, दूसरे प्रयास में ऐसे क्लियर की थी UPSC की परीक्षा
UPSC सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों उम्मीदवार हर साल इस परीक्षा का प्रयास करते हैं, हालांकि, केवल कुछ हजार उम्मीदवार ही तीनों चरणों, यानी प्रीलिम्स, मेन्स

UPSC सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों उम्मीदवार हर साल इस परीक्षा का प्रयास करते हैं, हालांकि, केवल कुछ हजार उम्मीदवार ही तीनों चरणों, यानी प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू राउंड में सफल हो पाते हैं।
आज, हम UPSC परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल करने वाले सम्यक जैन की सफलता की कहानी शेयर करने जा रहे हैं। बता दें, दृष्टिबाधित होने के बावजूद सम्यक जैन ने दूसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर दिखाई है। आइए जानते हैं कैसे की थी उन्होंने तैयारी।
सम्यक जैन दिल्ली से हैं और उनका जन्म और पालन-पोषण राष्ट्रीय राजधानी में ही हुआ है। 18 साल की उम्र में, उनकी आंखों में एक गंभीर समस्या का पता चला और 21 साल की उम्र तक, उन्होंने अपनी पढ़ने और लिखने की क्षमता खो दी। उनके माता और पिता दोनों एयर इंडिया में कार्यरत हैं। फिलहाल वे अपनी मां के साथ रहते हैं और उनके पिता उनकी पोस्टिंग के चलते पेरिस में रह रहे हैं। उनका कहना है कि तैयारी के दौरान उन्हें अपने परिवार का लगातार सहयोग मिला है।
सम्यक ने दिल्ली से बीए अंग्रेजी (ऑनर्स) में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, दिल्ली से इंग्लिश जर्नलिज्म में पीजी डिप्लोमा किया। इसे पूरा करने के बाद, उन्होंने इंटरनेशनल रिलेशन में मास्टर डिग्री के लिए जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था।
इस तरह की थी यूपीएससी की तैयारी
सम्यक जैन ने यूपीएससी परीक्षा के लिए अपनी तैयारी साल 2020 में शुरू की थी। उस समय देश कोविड-19 से प्रभावित था और लॉकडाउन लगाया गया था। हालांकि उस समय करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं था, इसलिए उन्होंने इस होम आइसोलेशन अवधि का उपयोग सीएसई परीक्षा की तैयारी के लिए करने का फैसला किया।
साल 2020 में सम्यक ने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी, लेकिन इसे पास करने में असफल रहे। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और दोबारा यूपीएससी परीक्षा 2021 में शामिल हुए। आखिरकार उनकी लगन और मेहनत रंग लाई और उन्होंने 7वीं रैंक हासिल की। सम्यक जैन बताते हैं कि वे ऑडियो फॉर्मेट में किताबें पढ़ते थे और परीक्षा के दिन उनकी मां उनकी लेखिका थीं।
सम्यक ने बताया, परीक्षा को क्रैक करने के लिए निरंतरता पढ़ाई करना जरूरी है। वह अपनी तैयारी के लिए प्रतिदिन कम से कम सात घंटे पढ़ाई करते थे। इसी के साथ बार-बार मॉक टेस्ट देने से आपको तैयारी करने में मदद मिल सकती है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचारों में उनके ज्ञान और रुचि ने परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बता दें, यूपीएससी परीक्षा में पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन (PSIR) सम्यक के ऑप्शनल सब्जेक्ट थे।
ऐसा रहा था इंटरव्यू
अपने इंटरव्यू राउंड के अनुभव के बारे में, वह शेयर करते हैं कि अधिकतम प्रश्न उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि से संबंधित थे। साथ ही, कई मुद्दों पर उनकी राय जानने के लिए अधिक एनालिटिकल प्रश्न पूछे गए थे।
सम्यक ने इन किताबों से की थी UPSC परीक्षा की तैयारी
दृष्टिबाधित होने के कारण सम्यक जैन ने डिजिटल फॉर्मेट में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए पढ़ाई की थी। उन्होंने नीचे दिए गए किताबों के डिजिटल वर्जन से पढ़ाई की की थी।
- Indian Polity By Laxmikanth
- Nitin Singhania’s Indian Economy
- RS Sharma’s Ancient History
- Spectrum’s Modern History
- GC Leong Geography
सम्यक ने उन उम्मीदवारों को टिप्स देते हुए कहा है, जो यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा- यूपीएससी परीक्षा के दौरान, हमेशा खुद का आकलन करते रहो और अपने लक्ष्यों पर फोकस करो।