यूपी: 8 साल के बच्चे के लिए मांगा यूपी बोर्ड 10वीं परीक्षा में मौका
आठ साल के मेधावी बच्चे को हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा में शामिल करने की अनुमति उसके पिता ने यूपी बोर्ड से मांगी है। रक्षा खंड रायबरेली रोड लखनऊ के रहने वाले ज्योतिषशास्त्र के विद्वान पवन कुमार आचार्य...
आठ साल के मेधावी बच्चे को हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा में शामिल करने की अनुमति उसके पिता ने यूपी बोर्ड से मांगी है। रक्षा खंड रायबरेली रोड लखनऊ के रहने वाले ज्योतिषशास्त्र के विद्वान पवन कुमार आचार्य ने 17 अक्तूबर 2010 को जन्मे अपने बेटे राष्ट्रम आदित्य श्रीकृष्ण को 10वीं की परीक्षा दिलाने का अनुरोध किया है। यूपी बोर्ड के नियमों के मुताबिक हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल होने के लिए कम से कम 14 साल का होना अनिवार्य है। खास बात यह है कि उसने कोई औपचारिक शिक्षा ग्रहण नहीं की है।
लिहाजा बोर्ड की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजने की तैयारी है। पिता पवन कुमार आचार्य का दावा है कि उनका बेटा अत्यंत मेधावी और अद्भुत प्रतिभा का धनी है। पिछले दिनों वह अपने बेटे राष्ट्रम आदित्य श्रीकृष्ण को लेकर बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव से मिलने आए थे। उस बच्चे ने सचिव के सामने अपनी आंख पर काली पट्टी बांधकर किताब पढ़ने की अद्भुत मेधा का प्रदर्शन किया। देखते ही देखते रयूबिक्स क्यूब भी हल कर दिया।
पवन कुमार आचार्य ने 8 अक्तूबर को भेजे अपने अनुरोध पत्र में दावा किया है कि बोर्ड ने पूर्व में सुषमा वर्मा (8 साल) और नैना जायसवाल (7 वर्ष) को हाईस्कूल की परीक्षा में बैठने की अनुमति दी थी। इसलिए उनके बेटे को परीक्षा में शामिल कराने में कोई अड़चन नहीं है। बोर्ड अफसरों का कहना है कि इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। हालांकि राष्ट्रम आदित्य श्रीकृष्ण के 2019 की हाईस्कूल परीक्षा में शामिल होना असंभव है। क्योंकि उसके लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब यदि अनुमति मिल भी जाती है तो 2020 की परीक्षा से पहले शामिल नहीं कराया जा सकता।
नीना श्रीवास्तव (सचिव यूपी बोर्ड) ने कहा- लखनऊ के एक आठ साल के बच्चे को हाईस्कूल परीक्षा में शामिल कराने के लिए अनुरोध पत्र मिला है। इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। अनुमति मिलने पर परीक्षा में सम्मिलित कराया जाएगा।