UPSC का सदस्य बनीं प्रीति सूदन, देश की दो बड़ी योजनाएं की थीं शुरू, लिए थे ये कड़े फैसले
पूर्व स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को यूपीएससी का सदस्य नियुक्त किया गया है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को दी। वह आंध्र प्रदेश कैडर की 1983 बैच की (सेवानिवृत्त) आईएएस अधिकारी हैं।

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पूर्व स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का सदस्य नियुक्त किया गया है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को दी। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों के चयन के लिए यूपीएससी तीन चरणों में परीक्षा आयोजित करता है। अधिकारी ने कहा कि आंध्र प्रदेश कैडर की 1983 बैच की (सेवानिवृत्त) आईएएस अधिकारी सूदन को मंगलवार को यूपीएससी सदस्य के पद की शपथ दिलाई जाएगी।
वह जुलाई 2020 में स्वास्थ्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुई थीं। सूदन ने महिला एवं बाल विकास और रक्षा मंत्रालयों में भी कार्य किया है। अपने कैडर राज्य आंध्र प्रदेश में, उन्होंने वित्त और योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन और कृषि संभाला।
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आयुष्मान भारत और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को किया था शुरू
अधिकारी ने कहा कि उनके उल्लेखनीय योगदान में देश के दो प्रमुख कार्यक्रम - 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' और 'आयुष्मान भारत' शुरू करने के अलावा राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग, संबद्ध स्वास्थ्य पेशेवर आयोग पर कानून और ई-सिगरेट पर प्रतिबंध शामिल है। सूदन विश्व बैंक के साथ सलाहकार भी थीं।
यूपीएससी का नेतृत्व एक अध्यक्ष द्वारा किया जाता है और इसमें अधिकतम 10 सदस्य हो सकते हैं। सूदन की नियुक्ति के बाद भी आयोग में चार सदस्यों की रिक्ति है। आयोग के प्रत्येक सदस्य का कार्यकाल छह वर्ष के लिए या 65 वर्ष की आयु, जो भी पहले पूरी हो तक होता है।