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UPSC Civil Services:सिविल सेवा बहाली में पिछले 5 साल में 40% की गिरावट

पिछले पांच सालों में यूपीएससी के जरीए आईएएस, आईपीएस और आईएफएस की बहाली में 40 फीसदी की गिरावट आई है। कार्मिक मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में आईएएस के 1459, आईपीएस के 970 और आईएफएस के 560 पद...

UPSC Civil Services:सिविल सेवा बहाली में पिछले 5 साल में 40% की गिरावट
हिन्दुस्तान डेस्क.,नई दिल्ली। Fri, 19 Apr 2019 11:16 AM
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पिछले पांच सालों में यूपीएससी के जरीए आईएएस, आईपीएस और आईएफएस की बहाली में 40 फीसदी की गिरावट आई है। कार्मिक मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में आईएएस के 1459, आईपीएस के 970 और आईएफएस के 560 पद खाली हैं।

इसकी वजह यह है कि यूपीएससी जितने पद के लिए वैकेंसी जारी करती है, उससे कम उम्मीदवारों का चयन हो रहा है। वर्ष 2018 में 812 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था, जिसके विरूद्ध 759 उम्मीदवारों का ही चयन किया गया। 53 पद खाली रह गए। इसी तरह 2017 ग्रुप ए कैटेगरी में 710 सीटें थीं, जो 2018 में घटकर 384 सीट हो गई।

बहाली में आ रही लगातार गिरावट
2014 से यूपीएससी (आईएएस, आईपीएस और आईएफएस) की बहाली में लगातार गिरावट आई है। 2014 में यूपीएससी ने 1236 उम्मीदवारों को शॉर्ट लिस्ट किया था, जो 2018 में घटकर 759 हो गया। इसी तरह 2015 में 1078, 2016 में 1099 और 2017 में 990 कैंडिटेड शॉटलिस्ट किए गए थे। 

अफसरों की कमी की वजह

 यूपीएससी जितनी वैकेंसी जारी कर रही है उससे कम उम्मीदवारों का चयन किया जा रहा है। इसके अलावा रिजर्व कैटेगरी के जो उम्मीदवार जनरल कैटेगरी में क्वालिफाई कर रहे हैं, रिजर्व कैटेगरी में बेहतर पद मिल जाने के बाद वे जनरल कैटेगरी से वापस रिजर्व कैटेगरी में चले जाते हैं।

नहीं बढ़ी पदों की संख्या.

कार्मिक मंत्रालय के अनुसार पिछले पांच सालों में पदों की संख्या में वृद्धि नहीं हो पाई है। हर साल लगभग 180 आईएएस, 150 आईपीएस और 30 से 45 आईएफएस अफसरों का चयन किया जाता है। कार्मिक मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि एक या दो साल में इतने बड़े पैमाने में खाली पदों को नहीं भरा जा सकता। अगर बड़े पैमाने पर बहाली हुई तो कैडर बंटवारे में समस्या होगी।

उच्च पदों की संख्या भी है सीमित


कार्मिक मंत्रालय के अनुसार यूपीएससी से चयनित अफसरों का कॅरियर 30 से 35 साल का ही होता है। वहीं उच्च पदों की संख्या सीमित है। ऐसे में उसी हिसाब से बहाली करनी पड़ रही है, जिससे आगे चलकर अफसरों के प्रमोशन की समस्या नहीं हो। .


कमी पाटने के लिए ठेका पर बहाली

आईएएस अफसरों की कमी पाटने के लिए आईएएस कैडर में ठेका (कांट्रैक्ट) में बहाली की प्रक्रिया केंद्र सरकार ने शुरू की है। इसके तहत तीन साल के लिए आईएएस कैडर में ज्वाइंट सेक्रेटरी का पद दिया जा रहा है। 


 2018 में 812 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया, जिसके विरूद्ध 759 उम्मीदवारों का ही चयन किया गया।
 2017 ग्रुप ए कैटेगरी में 710 सीटें थीं, जो 2018 में 384 रह गई

साल कुल वैकेंसी चयनित आईएएस आईपीएस आईएफएस ग्रुप ए ग्रुप बी.


2014 1364 1236 180 150 32 710 292


2015 1164 1078 180 150 45 728 61

2016 1209 1099 180 150 45 603 231

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