UPPSC PCS Mains Question 2020 : उत्तर प्रदेश सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) मुख्य परीक्षा-2020 के दूसरे दिन शुक्रवार को दो पालियों में सामान्य अध्ययन प्रथम व सामान्य अध्ययन द्वितीय के 200-200 अंक के दो पेपर हुए। प्रथम प्रश्नपत्र में उत्तर प्रदेश पर केंद्रित सवाल अधिक रहे। पेपर की प्रकृति देखने से स्पष्ट है कि अभ्यर्थियों के व्यावहारिक व समसामयिक ज्ञान का परीक्षण किया गया। योजनाओं से जुड़े सवाल न के बराबर रहे।
प्रथम प्रश्नपत्र में कुल 200 अंकों के पेपर में तकरीबन एक चौथाई या 48 नंबर के प्रश्न यूपी पर केंद्रित पूछे गए। पिछले साल की तुलना में यूपी पर केंद्रित 24 अंकों के प्रश्न अधिक थे। ‘बुंदेलखंड पर्यटन सर्किट के प्रमुख पर्यटन स्थलों की अवस्थिति का वर्णन कीजिए’ और ‘स्मार्ट सिटी मिशन क्या है? पूर्वी उत्तर प्रदेश में इस योजना के लिए चुने गए नगरों की प्रमुख विशेषताओं की विवेचना कीजिए’ जैसे प्रश्न बुंदेलखंड और पूर्वांचल पर आधारित रहे।
कोरोना से जुड़ा प्रश्न ‘विपरीत प्रवास क्या है? कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक व्यवस्था पर इसका क्या प्रभाव पड़ा’ और नई शिक्षा नीति से जुड़ा प्रश्न ‘भारतीय शिक्षा के क्षेत्र में पाश्चात्य प्रभावों का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए’ समसामयिक रहा।
यूपी में हेडमास्टर की भर्ती हुई UPSC और PCS परीक्षा पास करने से भी कठिन
सीमा पर चीन से तनाव को देखते हुए सामान्य अध्ययन के दूसरे प्रश्नपत्र में चीन पर केंद्रित दो सवाल पूछे गए। ‘प्रधानमंत्री मोदी एवं चीनी राष्ट्रपति के बीच सौहार्दपूर्ण मामल्लपुरम शिखर बैठक के बावजूद कई वर्षों के अंतराल के बाद फिर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर विवाद गहरा गया है। आपके अनुसार इसके पीछे क्या कारण है?’ और ‘चतुर्भुज सुरक्षा संवाद (क्वाड) के बारे में आप क्या जानते हैं क्या मालाबार सैन्य अभ्यास विश्व राजनीति में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने में सफल होगा?’ चीन पर केंद्रित रहा।
वर्तमान में चल रहे किसान और पूर्व के एनआरसी आंदोलन की पृष्ठभूमि में सवाल था-‘भारतीय राजनीति में प्रमुख दबाव समूहों की पहचान कीजिए और भारत की राजनीति में उनकी भूमिका का परीक्षण कीजिए।’ अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद उपजी परिस्थितियों के बीच रोचक सवाल पूछा गया ‘भारत का राष्ट्रपति तानाशाह नहीं बन सकता। समझाइये।’
दूसरे दिन 88.40 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित हुए
पीसीएस मेन्स 2020 के दूसरे दिन शुक्रवार को 5139 अभ्यर्थियों में से 4545 (88.40 प्रतिशत) उपस्थित हुए। पहले दिन की अपेक्षा 31 और अभ्यर्थियों ने पेपर छोड़ दिया। प्रयागराज में 2084 में से 1857 (89.16 फीसदी), गाजियाबाद में 1300 में से 1146 (88.15 प्रतिशत) और लखनऊ में 1755 में से 1540 (87.75 फीसदी) उपस्थिति रही।