UPPSC PCS : पिघलते ग्लेशियल, प्रधानमंत्री अन्नदाता अभियान समेत इन विषयों पर आए निबंध
UPPSC : पीसीएस मेन्स में 150 अंकों के निबंध के प्रश्नपत्र में तीन खंडों में तीन-तीन टॉपिक दिए थे। इनमें से एक-एक विषय पर अधिकतम 700 शब्दों में निबंध लिखना था। प्रत्येक निबंध के लिए 50 अंक निर्धारित थे

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) मुख्य परीक्षा 2023 प्रयागराज के चार और लखनऊ के एक केंद्र पर मंगलवार से शुरू हो गई। पहले दिन सुबह 9:30 से 12:30 बजे तक सामान्य हिन्दी और दो से पांच बजे की पाली में निबंध का पेपर हुआ। 150 अंकों के निबंध के प्रश्नपत्र में तीन खंडों में तीन-तीन टॉपिक दिए थे। इनमें से एक-एक विषय पर अधिकतम 700 शब्दों में निबंध लिखना था। प्रत्येक निबंध के लिए 50 अंक निर्धारित थे।
पहले खंड 'अ' में 'चरित्र निर्माण में साहित्य की भूमिका', 'महानगरों में वृद्धों की समस्या' या 'भारत के लिए जी-20 के नेतृत्व के निहितार्थ' पर निबंध लिखना था। दूसरे खंड 'ब' में 'अंतरिक्ष विज्ञान और भारत', 'कृषि क्षेत्र में नयी संभावनाएं' या 'भूमंडलीकरण और कुटीर उद्योग' में से किसी एक पर निबंध लिखना था। तीसरे खंड 'क' में 'श्रीलंका में आये आर्थिक संकट का पूरे विश्व पर प्रभाव', 'पिघलते ग्लेशियरों का मनुष्य जाति के सामने संकट' या 'प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान' पर निबंध लिखना था।
पहली पाली में 150 अंकों के सामान्य हिन्दी के प्रश्नपत्र में 30-30 अंकों के दो गद्यांश और लोकोक्तियों पर 30 अंक के प्रश्न थे। दूसरे दिन बुधवार को सामान्य अध्ययन के प्रथम व द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा होगी।
पहले दिन 95 प्रतिशत अभ्यर्थी रहे उपस्थित
पीसीएस 2023 मेंस के पहले दिन 95 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित रहे। दोनों शहरों में पंजीकृत 3852 अभ्यर्थियों में से ओवरऑल 3651 (94.78 फीसदी) परीक्षा में शामिल हुए। प्रयागराज में आयोग परिसर के अलावा राजकीय इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस व सीएवी इंटर कॉलेज में पंजीकृत 1685 अभ्यर्थियों में से 1612 (95.67 प्रतिशत) उपस्थित रहे। जबकि लखनऊ में आयोग परिसर में आयोजित परीक्षा में पंजीकृत 2167 अभ्यर्थियों में से 2039 (94.09 फीसदी) शामिल हुए।
