UPPSC exam 2019: आईएएस की तरह हुई यूपी पीसीएस की प्री परीक्षा
पेपर संतुलित पर अंदर से हिला दिया...प्रारंभिक परीक्षा देकर बाहर निकले प्रतियोगी अवनीश पांडेय ने कुछ इसी तरह से प्रतिक्रिया व्यक्त की। बकौल अवनीश, ऐसा लगा जैसे पीसीएस नहीं बल्कि आईएएस प्री का...
पेपर संतुलित पर अंदर से हिला दिया...प्रारंभिक परीक्षा देकर बाहर निकले प्रतियोगी अवनीश पांडेय ने कुछ इसी तरह से प्रतिक्रिया व्यक्त की।
बकौल अवनीश, ऐसा लगा जैसे पीसीएस नहीं बल्कि आईएएस प्री का पेपर दे रहा हूं। प्रश्न पाठ्यक्रम के उसी हिस्से से बनाए गए थे, जिसे हर कोई पढ़ा हो लेकिन प्रश्नों की गूढ़ता और उत्तर के चार बेहतर विकल्पों की वजह से प्रश्न काफी अलग हो गए थे। किसी एक विकल्प को चुनना मुश्किल हो रहा था। रश्मि मिश्रा कहती हैं कि पालिटी और भूगोल के कुछ प्रश्नों को सीधे एनसीईआरटी से रखा गया था लेकिन विकल्प इतने कठिन थे कि अंतिम समय तक दिमाग का दही बना रहा। प्रतियोगी दिनेश तिवारी कहते हैं कि पीसीएस प्री पेपर के पैटर्न में हुआ यह बदलाव भविष्य के लिए सुखद संदेश है। प्रतियोगियों को अब वास्तविक बनना होगा। पिछली परीक्षाओं के पेपर, गाइड और र्कोंचग संस्थानों के सहारे तैयारी करने का जमाना अब लद गया। सौम्या नारायण श्रीवास्तव कहती हैं कि पेपर बहुत कठिन था। उत्तर प्रदेश, जनगणना के प्रश्न होने चाहिए। जीएस द्वितीय का स्तर भी सामान्य से ऊपर रहा। संजीव त्रिपाठी कहते हैं कि इतिहास, जीव विज्ञान और पर्यावरण के प्रश्नों ने अच्छे-अच्छे का पसीना छुड़ा दिया। पूरा पेपर संतुलित और सभी विषयों को समाहित करते हुए कॉन्सेप्ट पर आधारित था। रूपा दुबे कहती हैं कि प्री का दोनों पेपर बेहतर था। प्रश्न लीक से हटकर पूछे गए थे। पेपर आईएएस के पैटर्न पर आधारित था।