उत्तर प्रदेश के के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को कहा कि संघ लोक सेवा आयोग ( यूपीएससी ) की सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले राज्य के टॉप-10 भारतीय प्रशासनिक और पुलिस सेवा (आईएएस व आईपीएस) युवाओं के घरों तक मजबूत सड़क बनाई जायेगी। जहां सड़क बनी है उसे सुदृढ़ीकृत कराया जायेगा। इससे जहां आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं उनकी प्रतिभा का सम्मान भी होगा। यही नहीं, वहां के छात्र/छात्राओं में आईएएस परीक्षा में प्रतिभाग करने व सफलता प्राप्त करने के लिये एक नई ऊर्जा का संचार होगा।
उन्होने कहा कि जहां सड़के बनायी जायेंगी, सम्बन्धित युवक/युवती का सारा विवरण दशार्ते हुये, बड़ा बोर्ड लगाया जायेगा ताकि अन्य छात्र/छात्राओं को इससे प्रेरणा मिल सके। मौर्य अपने सरकार आवास पर लोक निर्माण विभाग की आयोजित उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि जो बजट आवंटित किया गया है, उसका समय से सदुपयोग किया जाना हर हाल में जरूरी है । पूवार्न्चल विकास निधि व बुन्देलखण्ड विकास निधि के कार्य तेजी से कराये जांय। उन्होने कहा कि जोन, सर्किल व खण्डवार व्यय की गयी धनराशि की रैंकिंग करायी जाय और जिन तीन जोनों, सर्किलों व खण्डों में व्यय में लापरवाही की गयी हो, उनसे सम्बन्धित अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाय।
उन्होने कहा कि अवर अभियन्ताओं की भी इसमें जवाबदेही तय की जाय। जो भी बजट आवंटित किया गया है, उसका शत-प्रतिशत व्यय किया जाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि 250 की आबादी के जो गांव किसी भी योजना से सड़कों से जुड़ गये हैं वहां सड़कों की देखरेख की जाये और बचे गांवों में सड़के बनाई जायें।