यूपी बोर्ड के 100 वर्ष पूरा होने पर शताब्दी समारोह कार्यक्रम की शुरुआत प्रयागराज और समापन लखनऊ में की जाएगी। शताब्दी समारोह के मौके पर सभी स्कूलों की रंगाई-पुताई व सौंदर्यीकरण करते हुए शताब्दी वर्ष का लोगो लगाया जाएगा। इस मौके पर डाक टिकट और सिक्का जारी करने का अनुरोध केन्द्र सरकार से किया जाएगा। ये जानकारी उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने दी है।
शुक्रवार को शताब्दी समारोह पर हुई बैठक में उप मुख्यमंत्री के समक्ष कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस दौरान पुराने छात्रों का समागम कार्यक्रम, वाद विवाद प्रतियोगिता, ड्राइंग, खेलकूद और निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा।
उप मुख्यमंत्री ने जानकारी दी है कि कि शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, शिक्षा मंत्री व अन्य राज्यों के राज्यपाल व मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया जाएगा। स्मारिका का प्रकाशन भी होगा। डा. शर्मा ने कहा कि शताब्दी समारोह के लिए लोगो व शताब्दी गीत के चयन के लिए जनवरी, 2021 में प्रतियोगिता का आयोजन होगा। चयनित उत्कृष्ट ‘लोगो’ व ‘गीत’ के लिए विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। इसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आने वालों को क्रमशः 21 हजार, 11 हजार व पांच हजार रुपये पुरस्कार दिया जाएगा।
राज्यमंत्री गुलाब देवी ने कहा कि इस दौरान स्कूल, जिला, मंडल व राज्य स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा जिसके लिए विभिन्न प्रकार की समितियां गठित की जा रही हैं। अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने कहा कि शताब्दी समारोह में यूपी बोर्ड से पास होकर वर्तमान में भिन्न भिन्न क्षेत्रों में कार्यरत विभूतियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। इसके लिए यूपी बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर मिशन गौरव-शताब्दी वर्ष पोर्टल की व्यवस्था की गई है। इसके तहत उन विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने प्रदेश, राष्ट्र व अन्तर्राष्ट्रीय स्तरों पर विभिन्न क्षेत्रों में प्रदेश व देश का गौरव बढाया है।