up board result 2018: 20 साल बाद पढ़ाई की, बोर्ड में 71 फीसदी अंक
up board result 2018: यदि विश्वास पक्का हो तो बड़ी से बड़ी चुनौती भी आसान बन जाती है। बसंतपुर सैतली गांव निवासी फरजाना के आठवीं पास करते ही घर वालों ने पढ़ाई छुड़वा दी। मन में आगे पढ़ने की इच्छा थी इसलिए...
up board result 2018: यदि विश्वास पक्का हो तो बड़ी से बड़ी चुनौती भी आसान बन जाती है। बसंतपुर सैतली गांव निवासी फरजाना के आठवीं पास करते ही घर वालों ने पढ़ाई छुड़वा दी। मन में आगे पढ़ने की इच्छा थी इसलिए फरजाना (37) ने पढ़ाई छोडने के 20 साल बाद फिर से पढ़ाई शुरू की और हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा में 71 फीसदी अंक हासिल किए। अब वह 11वीं कक्षा में दाखिला लेगी। .
मेरठ के माछरा गांव निवासी फरजाना की शादी 17 साल पहले बसंतपुर सैतली निवासी खलील से हुई थी। खलील कपड़ों पर प्रेस करके परिवार का पालन पोषण करता है। खलील और फरजाना के दो बच्चे अनस व जुनैद हैं। अनस दसवीं कक्षा में जबकि जुनैद छठीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा है। ग्राम प्रधान अर्णिमा त्यागी ने बताया कि गांव में होने वाले सभी सामाजिक कार्यों में भी फरजाना बढ-चढ़कर भाग लेती है। .
सन 2016 में बंसतपुर सैतली स्थित प्राइमरी विद्यालय में एक कार्यक्रम हुआ था। कार्यक्रम में आए अधिकारियों ने पढ़ाई छोड़ चुकी महिलाओं और लड़कियों को दोबारा पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया था। इससे प्रभावित फरजाना के मन में फिर से पढ़ने की इच्छा जगी। फरजाना ने यह बात ग्राम प्रधान को बताई। .
लड़की होने के कारण पूरी नहीं हुई पढ़ाई: फरजाना ने बताया कि मेरे वालिद ने शुरू में सरकारी स्कूल में दाखिला दिलाया था। जब मैंने आठवीं की परीक्षा पास की तो लड़की होने के कारण मेरे परिजनों ने आगे पढ़ाने से साफ इंकार कर दिया। जबकि हमारे गांव में माछरा में हाईस्कूल, इंटर और डिग्री कॉलेज भी है।.
दाखिला को लेकर आई परेशानी: ग्राम प्रधान अर्णिमा त्यागी ने बताया कि जब फरजाना ने आगे पढ़ने की इच्छा जाहिर की तो मैं फरजाना को लेकर कई स्कूलों में उसे दाखिला दिलाने की कोशिश की लेकिन सबने मना कर दिया। इसके बाद मैं जिला विद्यालय निरीक्षक के पास गई लेकिन उन्होंने भी दाखिला दिलाने में असमर्थता जाहिर की और घर संभालने की सलाह दी। इसके बाद खुर्मपुर स्थित बीकेडी इंटर कॉलेज के प्रबंधक ललित त्यागी से बात की गई तो उन्होंने फरजाना को नौवीं कक्षा में दाखिला दे दिया।