UP Board Exam 2020: इंटर समाजशास्त्र के पेपर में यूं आएंगे अच्छे मार्क्स
यूपी बोर्ड की इंटर समाजशास्त्र की परीक्षा 5 मार्च 2020 को होनी है। बोर्ड ने एक अप्रैल 2019 से 12वीं में एनसीईआरटी पर आधारित कोर्स लागू किया था। इस प्रकार 2020 में पहली बार नये पैटर्न पर इस विषय की...
यूपी बोर्ड की इंटर समाजशास्त्र की परीक्षा 5 मार्च 2020 को होनी है। बोर्ड ने एक अप्रैल 2019 से 12वीं में एनसीईआरटी पर आधारित कोर्स लागू किया था। इस प्रकार 2020 में पहली बार नये पैटर्न पर इस विषय की परीक्षा होने जा रही है। बोर्ड के विशेषज्ञ जो पेपर तैयार कर रहे है उसमें दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 24 अंक *के होंगे।
6-6 अंक के 6 लघु उत्तरीय प्रश्न करने पर कुल 36 नंबर मिलेंगे। 3-3 नंबर के 10 अति लघु उत्तरीय पर कुल 30 अंक जबकि 1-1 अंक के 10 बहुविकल्पीय प्रश्न पर कुल 10 अंक निर्धारित है। विशेषज्ञों का मानना है कि समाजशास्त्र विषय का क्षेत्र विस्तार बहुत अधिक है।
समाजशास्त्र पढ़कर छात्र-छात्राएं विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार पाने के साथ-साथ समाज में गिरते हुए मूल्यों तथा बढ़ते हुए अपराधों के कारणों को जानकर, परिवार तथा समाज को विघटित होने से बचा सकते हैं। 2019 की परीक्षा में समाजशास्त्र विषय के लिए 614255 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 554967 परीक्षा में सम्मिलित हुए और उनमें से 460960 (83.06 प्रतिशत) छात्र-छात्राएं पास थे।
अनीता उत्तम (प्रवक्ता समाजशास्त्र, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज प्रयागराज) ने कहा- समाजशास्त्र के बदले पैटर्न से छात्र-छात्राएं बिल्कुल भी विचलित न हों। अध्यायों को अंकों की वरीयता के अनुसार तैयार करते हुए पुराने वर्षों के पेपर को हल करने का अधिक से अधिक प्रयास करें।
ये रहे टिप्स
1. प्रश्नपत्र को ध्यान से पढ़कर उत्तर दें तथा शब्दसीमा पर विशेष ध्यान देते हुए प्रारंभ से ही समय प्रबंध अवश्य करें, जिससे प्रश्न हल करने से छूट न जाए।
2. मौलिक अवधारणाओं को पढ़ते समय उन्हें अपने आसपास के समाज से सह संबंध करके अच्छे से स्पष्ट किया जा सकता है। पढ़ते समय संक्षिप्त नोट्स अवश्य बनाएं जो परीक्षा के दौरान पुनरावृत्ति में काम आएगा।
3. लघु उत्तरीय तथा दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को कल करते समय आवश्यकतानुसार उदाहरण अवश्य दें। दीर्घ उत्तरीय प्रश्न प्राय: दो या तीन भागों में होते है। सभी भागों के क्रमवार उत्तर अवश्य दें।
4. दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों में किसी घटना या प्रक्रिया के प्रभावों पर उत्तर लिखते समय लाभदायक तथा हानिकारक प्रभावों को लिखकर निष्कर्ष के रूप में सक्षिप्त समीक्षा अवश्य लिखें।
5. सामाजिक संस्थाएं: निरंतरता एवं परिवर्तन, सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप, सांस्कृतिक विविधता की चुनौतियां, परियोजना के कार्यों के लिए सुझाव, सामाजिक आंदोलन आदि इकाईयों से दीर्घ उत्तरीय प्रश्न आने की अधिक संभावनाएं हैं।
6. भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना, बाजार एक सामाजिक संस्था, सांस्कृतिक परिवर्तन, ग्रामीण समाज में परिवर्तन एवं विकास, जनसंपर्क साधन और जनसंचार इकाईयों से लघु उत्तरीय प्रश्न संभावित है।
- पहली बार बदले पैटर्न पर 5 मार्च को होगी इंटर समाजशास्त्र की परीक्षा - 24 अंक के दीर्घ और 36 नंबर के लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे