UP Board Exam 2021: डीआईओएस की रिपोर्ट पर तय होगा हाईस्कूल, इंटर के परीक्षा केंद्रों का भाग्य
UP Board Exam 2021: यूपी बोर्ड हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने सख्त पॉलिसी के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है। परीक्षा केंद्र...
UP Board Exam 2021: यूपी बोर्ड हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने सख्त पॉलिसी के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है। परीक्षा केंद्र अलॉटमेंट की नई नीति के अनुसार, जिन स्कूलों में पिछले वर्ष की परीक्षाओं में गड़बड़ी पाई गई थीं उन्हें इस साल परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा।
यूपी बोर्ड के अधिकारियों ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि बोर्ड ने पहली बार ऐसे स्कूलों के बारे में जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों (DIOSs) से रिपोर्ट तलब की है। यानी डीआईओएस की रिपोर्ट की परीक्षा केंद्रों का भाग्य तय करेगी कि उन्हें इस बार परीक्षा केंद्र बनाया जाए या नहीं।
परीक्षा केंद्रों की रिपोर्ट में हिंसा या हिंसक झड़प को भी शामिल किया जाएगा जो पिछले साल की बोर्ड परीक्षा में किसी स्कूल में परीक्षा के दौरान देखने को मिली हो। जिन परीक्षा केंद्रों में बारे में ऐसी खबरें आई हैं कि कॉपियां परीक्षा केंद्र के बाहर लिखी जा रहीं उन्हें भी परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा।
जिन विद्यालयों/इंटर कॉलेजों के बारे में डीआईओएस की विपरीत रिपोर्ट मिलेगी उन्हें परीक्षा से डिबार किया जा सकता है। अधिकारियों ने कहा कि ऐेसा इसलिए किया जाएगा क्योंकि माना जाएगा कि ऐसे स्कूल में परीक्षा 2021 में कराने के लिए सही वातावरण नहीं है।
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने 3 दिसंबर को सभी जिलों के डीआईओएस से रिपोर्ट देने को कहा है। इस रिपोर्ट में 2020 की परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों में घटी घटनाओं का जिक्र होगा।
UP Board Exam 2021: यूपीएमएसपी ने परीक्षा केद्रों के लिए सख्त किए नियम
बोर्ड सचिव ने सभी डीआईओएस को निर्देश दिए हैं कि ऐसे परीक्षा केंद्रों का कोड व उनके नाम का स्पष्ठ रूप से उल्लेख किया जाए। सभी डीआईओएस को 15 तक अपनी रिपोर्ट यूपी बोर्ड को भेजनी है।
टीचर एमएलसी सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि यूपी बोर्ड दशकों से हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं आयोजित करा रहा है। बोर्ड के पास पहले से ही ऐसे स्कूलों को डिबार करने की नीति है जिससे कि परीक्षाएं सुचारू रूप से आयोजित कराई जा सकें।