UP board 2018: 88 देशों की जनसंख्या से अधिक यूपी बोर्ड के परीक्षार्थी
दुनिया की सबसे बड़ी परीक्षा कराने वाली संस्था यूपी बोर्ड से 2018 की परीक्षा में शामिल हो रहे छात्र-छात्राओं की संख्या दुनिया के 88 देशों की अपनी जनसंख्या से भी अधिक...
UP board 2018: 88 देशों की जनसंख्या से अधिक यूपी बोर्ड के परीक्षार्थी
दुनिया की सबसे बड़ी परीक्षा कराने वाली संस्था यूपी बोर्ड से 2018 की परीक्षा में शामिल हो रहे छात्र-छात्राओं की संख्या दुनिया के 88 देशों की अपनी जनसंख्या से भी अधिक है। छह फरवरी से शुरू हो रही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए इस साल 66,37,018 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।
परीक्षा की व्यापकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या विश्व के 194 देशों में से 88 (45 प्रतिशत देशों) की जनसंख्या से भी ज्यादा है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने दुनियाभर के विभिन्न देशों की 2017 में जनसंख्या का जो अनुमान लगाया था उसके मुताबिक 88 देश ऐसे हैं जहां 63 लाख या उससे कम लोग हैं।
परीक्षार्थियों की संख्या
इन देशों के 2016 की जनगणना के जो आंकड़े इंटरनेट पर उपलब्ध हैं, उसमें भी जनसंख्या 63 लाख से कम है। इस साल बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या में लगभग छह लाख की वृद्धि हुई है। मजे की बात यह है कि 29 देश ऐसे हैं जिनकी कुल जनसंख्या छह लाख नहीं है।
परीक्षार्थियों की संख्या
हाईस्कूल: 3655691
इंटरमीडिएट: 2981327
योग: 6637018
कई बड़े देश की जनसंख्या भी कम
इलाहाबाद। आंकड़ों की बात करें तो कई बड़े देशों की जनसंख्या यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों से कम पड़ जाएगी। 2016 की जनगणना के मुताबिक लिबिया की जनसंख्या 63 लाख है। लेबनान 60 लाख, डेनमार्क 57, सिंगापुर व तुर्कमेनिस्तान की जनसंख्या 56 लाख है। फिनलैंड व स्लोवाकिया में 54-54 लाख, नार्वे में 52, न्यूजीलैंड 46 लाख जबकि फिलिस्तीन व आयरलैंड की आबादी 41 लाख है।
साढ़े पांच हजार बच्चों से हुई थी शुरुआत
यूपी बोर्ड की शुरुआत महज 5744 (5655 हाईस्कूल व 89 इंटर) परीक्षार्थियों से हुई थी। 1921 में स्थापित यूपी बोर्ड ने पहली सार्वजनिक परीक्षा 1023 में कराई थी। उस वक्त 10वीं के लिए 179 और 12वीं की परीक्षा के लिए महज एक केंद्र बनाया गया था। धीरे-धीरे परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ती गई।
हाईस्कूल में 37, इंटर में 106 विषय
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में कुल 37 और इंटरमीडिएट में 106 विषय निर्धारित हैं। इसमें 10वीं-12वीं में एक विषय नैतिक, खेल एवं शारीरिक शिक्षा विषय की परीक्षा स्कूल आन्तरिक रूप से लेते हैं। इंटर में व्यावसायिक शिक्षा के कुल 41 ट्रेड्स विषय भी सम्मिलित हैं।
परीक्षा कराने में लगती है है पूरी सरकारी मशीनरी
10वीं-12वीं की परीक्षा कराने में पूरी सरकारी मशीनरी लगती है। 50 से अधिक सरकारी विभाग के अधिकारियों को मजिस्ट्रेट के रूप में नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए लगाया जाता है। परीक्षा के दौरान सेंटर के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू रहती है।