पटना विश्वविद्यालय: राजनीति विज्ञान के 52 छात्र बने व्याख्याता
पटना विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार राजनीति शास्त्र विषय से 52 अभ्यर्थियों का चयन व्याख्याता के लिए हुआ है। चयनित छात्र अलग-अलग सत्रों के हैं। इनका अलग-अलग विवि में चयन किया गया है। व्याख्याता...
पटना विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार राजनीति शास्त्र विषय से 52 अभ्यर्थियों का चयन व्याख्याता के लिए हुआ है। चयनित छात्र अलग-अलग सत्रों के हैं। इनका अलग-अलग विवि में चयन किया गया है। व्याख्याता का रिजल्ट 24 अप्रैल को जारी हुआ था।
सबसे ज्यादा सत्र 2005-2007 के 10 छात्रों का चयन हुआ है। जबकि सत्र 2000-2002 के आठ, सत्र 2002-2004 के पांच, 2006-2008 के दो, सत्र 1992-1994 के दो अभ्यर्थियों का चयन हुआ है।
सबसे पुराने बैच 1991-1993 के एक छात्रों का चयन हुआ है। इसमें कई ऐसे छात्र हैं, जिनका पटना विश्वविद्यालय के लिए चयन हुआ है। जिस विश्वविद्यालय से उन्होंने पढ़ाई की, उसी में पढ़ाने का अब मौका मिलेगा। इन चयनित छात्रों को विश्वविद्यालय की ओर से 11 मई को सम्मानित किया जाएगा। छह ऐसे लोगों का चयन हुआ है, जो गेस्ट फैकल्टी के रूप में पीयू में लगातार पढ़ाते रहे हैं। इन्हें एक क्लास के लिए 150 रुपये मिलते थे, कभी इन 150 रुपये के लिए उन्हें आंदोलन तक करना पड़ता था। चयनित डा. धनंजय कुमार ने बताया कि हर व्यक्ति के जीवन में अच्छा और बुरा दौर आता है। कुलपति डा. रासबिहारी सिंह सभी चयनित छात्रों को सम्मानित करेंगे। दर्शनशास्त्र विषय से भी 41 छात्रों का चयन हुआ था। यह भी रिकॉर्ड था।