ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News करियरग्रेजुएशन कोर्स शुरू करेगा दक्षिण एशिया विश्वविद्यालय

ग्रेजुएशन कोर्स शुरू करेगा दक्षिण एशिया विश्वविद्यालय

दक्षिण एशिया विश्वविद्यालय (एसएयू) स्नातक पाठ्यक्रम  शुरू करने जा रहा है। भूटान और मालदीव ने विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने का सुझाव दिया है, जिस पर अगले साल के प्रारंभ में अकादमिक...

ग्रेजुएशन कोर्स शुरू करेगा दक्षिण एशिया विश्वविद्यालय
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीTue, 12 Dec 2017 05:29 PM
ऐप पर पढ़ें

दक्षिण एशिया विश्वविद्यालय (एसएयू) स्नातक पाठ्यक्रम  शुरू करने जा रहा है। भूटान और मालदीव ने विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने का सुझाव दिया है, जिस पर अगले साल के प्रारंभ में अकादमिक समिति विचार करेगी।       
एसएयू की अध्यक्ष कविता शर्मा ने बताया कि जनवरी 2018 में अकादमिक समिति की बैठक होने की संभावना है। इसमें स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने के बारे में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। शिक्षा को दक्षिण एशियाई देशों के बीच एक महत्वपूर्ण सेतु बताते हुए उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा प्रस्ताव है। लेकिन इसके बारे में समिति ही अंतिम निर्णय ले सकती है जिसमें सभी आठ देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं।

50 प्रतिशत छात्र भारत के  
संभावना है कि अगले साल से एसएयू के स्नातक कोर्स में विज्ञान के पाठ्यक्रम शुरू हो सकते हैं। अभी विश्वविद्यालय में 5 संकाय और 7 विभाग चल रहे हैं। इसमें जैव प्रौद्योगिकी, गणित, कंप्यूटर साइंस, अर्थशास्त्र, विधि अध्ययन, समाज शास्त्र और अंतरराष्ट्रीय संबंध जैसे विषय शामिल हैं। कविता शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय में दाखिले के संबंध में प्रावधान है कि इसमें 50 प्रतिशत छात्र भारत के और शेष 50 प्रतिशत छात्र अन्य दक्षिण एशियाई देशों के होंगे। इस विश्वविद्यालय में दूसरे देशों के छात्रों में बांग्लादेश, नेपाल और अफगानिस्तान के छात्रों की संख्या अधिक है। पाकिस्तान के कुछ छात्र भी संस्थान में अध्ययन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में करीब 600 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। समाजशास्त्र और गणित में पीएचडी छात्रों का पहला बैच निकलने वाला है।  

2020 तक निर्माण पूरा होने की उम्मीद 
दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर का निर्माण 2020 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस विश्वविद्यालय का उद्घाटन 2010 में हुआ और अभी यह नई दिल्ली स्थित अकबर भवन से संचालित हो रहा है। नए परिसर के लिए साल 2015 में भूमि पूजन हुआ था। इसके पांच इमारतों के निर्माण का कार्य काफी हद तक हो चुका है और साल 2019 के शुरू में यह काम करने लगेगा।
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें