रामगढ़ के अनिल समेत बिहार के 3 अध्यापकों को मिलेगा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2023 के तहत देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों की घोषणा कर दी है। इसके तहत बिहार के तीन शिक्षक देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों की सूची में शामिल किए गए हैं। इनमें कैमूर
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2023 के तहत देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों की घोषणा कर दी है। इसके तहत बिहार के तीन शिक्षक देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों की सूची में शामिल किए गए हैं। इनमें कैमूर भभुआ के आदर्श गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, रामगढ़ के शिक्षक अनिल कुमार सिंह, सीतामढ़ी बाजपट्टी के बनगांव बाजार के मध्य विद्यालय, मधुबन के विजेंद्र कुमार और किशनगंज में उच्च विद्यालय सिंघिया की शिक्षक कुमारी गुड्डी शामिल हैं। बिहार से 6 शिक्षकों की सूची केंद्र सरकार को भेजी गई थी। स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शनिवार को देश के 50 शिक्षकों को इस पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। इनमें बिहार के तीन शिक्षकों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक के रूप में चयनित किया। राज्य सरकार ने इन तीन के अलावा उच्च माध्यमिक विद्यालय मधेपुरा, कटिहार के अर्जुन कुमार साहा, कलुआही मधुबनी की संगीता कुमारी और मध्य विद्यालय हरिहरपुर हाजीपुर, वैशाली के प्रधानाध्यापक उमेश कुमार यादव का नाम भेजा था।
पिछले वर्ष राष्ट्रीय पुरस्कार से चूक गए थे अनिल!
कैमूर में शिक्षा की प्रयोगशाला के रुप में मशहूर रामगढ़ ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। आदर्श गर्ल्स हाईस्कूल के एचएम अनिल कुमार सिंह का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए हुआ है। इन्हें 05 सितंबर को राष्ट्रपति राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित करेंगी। अनिल बीते साल इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को पाने से चूक गए थे। तब उन्हें राज्य शिक्षक पुरस्कार मिला था। बिहार से राष्ट्रीय शिक्षा पुरस्कार के लिए तीन शिक्षकों को चयनित किया गया है। तब यह सच फिर से स्थापित हो गया कि लगन से मगन होकर ईमानदारी से अपने दायित्व का निर्वहन किया जाए तो शिखर पाने का सपना साकार होकर रहता है। समर्पण भाव से स्कूल व बच्चों के प्रति लगाव से अनिल ने राष्ट्रीय स्तर पर कैमूर व शाहाबाद का मान बढ़ा दिया। हफ्ते भर पहले ही पटना में ऑनलाइन प्रेजेंटेशन में बेहतर प्रदर्शन किया तभी यह तय हो गया था कि इस बार राष्ट्रीय शिक्षा पुरस्कार की श्रेणी में अनिल का नाम होगा। देश भर के सभी राज्यों से 2023 के इस राष्ट्रीय शिक्षा पुरस्कार के लिए 100 से अधिक शिक्षकों का प्रेजेंटेशन में भाग लिया। जिसमें अनिल को यह गौरवपूर्ण सफलता मिली। बिहार से छह शिक्षक आनलाइन प्रजेंटेशन के लिए चयनित किए गये थे। राज्य शिक्षा निदेशालय पटना के मिटींग हॉल में आनलाइन प्रजेंटेशन में शाहाबाद से एक मात्र शिक्षक अनिल कुमार सिंह शामिल थे।
राष्ट्रीय पुरस्कार की गरिमा के लिए खपा दूंगा सारा जीवन: अनिल
रामगढ़। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन होने पर शिक्षक अनिल कुमार सिंह ने कहा कि मैं अभिभूत हूं। शिक्षक होना गर्व का विषय है। शिक्षक समग्रता में विवेक, ज्ञान, कर्तव्यनिष्ठा, दायित्वबोध, ममता, दया, अनुशासन समेत समस्त गुणों का प्रतिनिधि होता है। मुझे खुशी है कि कैमूर शिक्षा की बेहतरीन प्रयोगशाला है। मुझे इसमें काम करने का मौका मिला और लोगों की दुआओं व सहयोग से प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चयन हुआ। यह सम्मान कैमूर के सभी अभिभावकों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों, शिक्षकों व बच्चों के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से बिना सबके योगदान के बिना संभव नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की गरिमा को बरकरार रखने के लिए मैं अपना सारा जीवन खपा दूंगा।
रामगढ़ के हरिदास शर्मा को मिल चुका है राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार
रामगढ़। रामगढ़ के हरिदास शर्मा को वर्ष 2021 में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिल चुका है। तब डहरक मिडिल स्कूल के हेडमास्टर हरिदास शर्मा व एक महिला शिक्षिका को ही बिहार से राष्ट्रीय शिक्षा पुरस्कार मिला था। हरिदास ने उस साल पटना में ऑनलाइन प्रेजेंटेशन में बेहतर प्रदर्शन कर यह गौरवपूर्ण सफलता हासिल की थी। उस समय भी बिहार से छह शिक्षक आनलाइन प्रजेंटेशन के लिए चयनित किए गये थे। हरिदास शुरू से ही शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल रहे हैं।
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