RRB Recruitment 2018: जानें अगर परीक्षा में आए समान मार्क्स तो किसे मिलेगी नौकरी
Railway Recruitment 2018 RRB 90000 vacancy - रेलवे ग्रुप डी, असिस्टेंट लोको पायलट व टेक्नीशियन के 90 हजार पदों के लिए अब परीक्षा में ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। हालांकि परीक्षा सितंबर, अक्टूबर, नवंबर...
Railway Recruitment 2018 RRB 90000 vacancy - रेलवे ग्रुप डी, असिस्टेंट लोको पायलट व टेक्नीशियन के 90 हजार पदों के लिए अब परीक्षा में ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। हालांकि परीक्षा सितंबर, अक्टूबर, नवंबर माह में किसी भी वक्त कराई जा सकती है। इन महीनों को रेलवे ने संभावित समय के तौर पर बताया है ताकि परीक्षार्थी अपनी तैयारी की रणनीति बना सकें। इसके अलावा 20 जुलाई (रात 12 बजे तक) तक रेलवे ने ऐसे उम्मीदवारों को अपने आवेदन पत्र में सुधार का भी मौका दिया है जिन्होंने फोटो तय नियमों के मुताबिक अपलोड नहीं की थी।
आवेदकों के सामने सबसे पहली चुनौती होगी - सीबीटी (कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट) फर्स्ट स्टेज एग्जाम। ग्रुप डी के लिए जहां यह परीक्षा सेलेक्शन में बड़ा रोल अदा करेगी वहीं ग्रुप सी के उम्मीदवारों को यह अगले चरण में पहुंचाएगी। ग्रुप डी के उम्मीदवारों के लिए तो इस परीक्षा में अच्छा परफॉर्म करना बेहद जरूरी है
(तैयारी- पार्ट 4) रेलवे भर्ती परीक्षा 2018:ग्रुप D पदों के लिए 10 मॉडल प्रश्न
तैयारी पार्ट 3 - रेलवे भर्ती परीक्षा 2018: ग्रुप डी व ग्रुप सी के CBT स्टेज-1 के लिए रीजनिंग के 10 मॉडल प्रश्न
प्रतियोगिता कड़ी होगी क्योंकि 90 हजार पदों के लिए 2.27 करोड़ युवाओं ने आवेदन किया है। आवेदकों की इतनी अधिक संख्या से यह भी स्वाभाविक है कि फाइनल मेरिट में कई उम्मीदवारों के एक जैसे मार्क्स होंगे। ऐसी स्थिति में किस उम्मीदवार का सेलेक्शन होगा? किस उम्मीदवार को नौकरी मिलेगी? इस प्रश्न का जवाब यह है कि जिस उम्मीदवार की आयु अधिक होगी, उसका चयन होगा। रेलवे ने ग्रुप सी (असिस्टेंट लोको पायलट व टेक्नीशियन) और ग्रुप डी के नोटिफिकेशन में यह साफ लिखा हुआ है कि अगर दो या दो से अधिक उम्मीदवारों के मेरिट में एक समान मार्क्स आए तो आयु के आधार पर सेलेक्शन होगा। दो व्यक्ति ज्यादा आयु का होगा, उसे ज्यादा प्राथमिकता दी जाएगी।
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इसके अलावा रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि रेल भर्ती बोर्ड केवल पैनलबद्ध उम्मीदवारों के नाम की सिफारिश करता है और उनकी नियुक्ति का प्रस्ताव केवल संबंधित रेल प्रशासन द्वारा किया जाता है। दूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा चयन कर लिए जाने मात्र से ही कोई रेलवे में नौकरी पाने का हकदार नहीं बनता है। रेलवे भर्ती बोर्ड का कार्य, योग्य उम्मीदवारों के नामों की सिफारिश जोनरल रेलवे/उत्पादन यूनिट को किए जाने की है, जहां से ऐसी अनुशंसा की प्रक्रिया में रिक्तियों तथा पूर्ववृत एवं चरित्र सहित सभी मानदंड़ों के प्रति संतुष्ट होने के बाद ही नियुक्ति पत्र जारी किए जाते हैं।
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