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दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में सब्जेक्ट कोड गलत भरा तो रिजल्ट हो सकता है पेंडिंग

इंटर-मैट्रिक 2018 की वार्षिक परीक्षा में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने एक और बदलाव कर दिया है। अब सभी विषयों के सब्जेक्ट कोड बदल दिए गए हैं। बोर्ड ने साफ कर दिया है कि अगर कोई छात्र उत्तर पुस्तिका...

दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में सब्जेक्ट कोड गलत भरा तो रिजल्ट हो सकता है पेंडिंग
लाइव हिन्दुस्तान,पटनाMon, 08 Jan 2018 05:01 PM
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इंटर-मैट्रिक 2018 की वार्षिक परीक्षा में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने एक और बदलाव कर दिया है। अब सभी विषयों के सब्जेक्ट कोड बदल दिए गए हैं। बोर्ड ने साफ कर दिया है कि अगर कोई छात्र उत्तर पुस्तिका में सब्जेक्ट कोड गलत भरा तो उसका रिजल्ट पेंडिंग हो सकता है।
पहली बार सब्जेक्ट कोर्ड को नंबर यानी संख्या में डाला गया है। इंटर के सब्जेक्ट कोड संकाय के अनुसार तीन अंकों में होंगे, वहीं मैट्रिक के सब्जेक्ट कोड को पाली के अनुसार तीन अंकों में किया गया है। इस बार इंटर और मैट्रिक के एडमिट कार्ड में भी सब्जेक्ट कोड की जानकारी दी जाएगी। अभी तक इंटर और मैट्रिक में सब्जेक्ट कोड उसी सब्जेक्ट के पहले तीन अक्षरों को बनाया जाता था। लेकिन अब इसे बदल कर अंक में कर दिया गया है। शनिवार को इसकी जानकारी बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने दी। अध्यक्ष बिहार बोर्ड में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में तमाम डीपीओ को संबोधित कर रहे थे।

हर दिन की परीक्षा में सब्जेक्ट कोड लिखना होगा
इंटर के चारों संकायों का अलग-अलग सब्जेक्ट कोड होगा। कला, कॉमर्स, विज्ञान और वोकेशनल के लिए अलग-अलग सब्जेक्ट कोड हैं। तीन अंकों के सब्जेक्ट कोड का पहला अंक अलग रखा गया है। ज्ञात हो कि सब्जेक्ट कोड को हर दिन की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को लिखना होगा। उत्तर पुस्तिका पर बार कोड के अलावा विषय की पहचान उसके सब्जेक्ट कोड से ही होगी। इस कारण उत्तर पुस्तिका में सब्जेक्ट कोड गलत भरने से परीक्षार्थी का रिजल्ट पेंडिंग हो सकता है। 

सभी जिलों के डीपीओ हुए शामिल 
बिहार बोर्ड की ओर से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें 38 जिलों के डीपीओ माध्यमिक शामिल हुए। इसके साथ माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के शिक्षक और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम दो पाली में हुआ। प्रथम पाली में पटना, मगध, तिरहुत और सारण प्रमंडल के कुल 20 जिलों के डीपीओ शामिल हुए। वहीं द्वितीय पाली में पांच प्रमंडल दरभंगा, कोसी, पूर्णिया, भागलपुर एवं मुंगेर के कुल 18 जिलों के डीपीओ शामिल हुए। जिन डीपीओ और बीईओ को प्रशिक्षण दिया गया है, वे अब मास्टर ट्रेनर के रूप में अपने जिले में शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रायोगिक और सैद्धांतिक परीक्षा से संबंधित ओएमआर शीट भरने, ओमएआर आंसर शीट, उपस्थिति पत्रक, डिस्पैच स्टेटमेंट, निष्कासन से संबंधित सूची, फ्लाइंट स्लिप, अवार्ड शीट्स आदि की जानकारी दी गई। 

9 और 10 को जिला स्तर पर प्रशिक्षण 
समिति द्वारा तैयार मास्टर ट्रेनर अब अपने जिले में प्रशिक्षण कार्यक्रम करेंगे। पटना जिला का प्रशिक्षण कार्यक्रम तय कर लिया गया है। पटना सदर और पटना सिटी के विद्यालयों के लिए प्रशिक्षण शास्त्री नगर बालक हाई स्कूल में आयोजित किया जाएगा।

इन चीजों की दी गयी जानकारी
- इंटर और मैट्रिक दोनों ही परीक्षाओं में थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल में ओएमआर लागू होगा 
- इंटर-मैट्रिक के थ्योरी पेपर में बाएं और दाएं भाग को छात्रों से भरवाना है
- पहली बार प्रायोगिक परीक्षा में भी ओएमआर लागू किया गया है
- प्रायोगिक परीक्षा के ओएमआर में पूरी जानकारी छात्रों से लेनी होगी 
- डमी ओएमआर स्कूलों को भेज दिये गये हैं। उसका अभ्यास छात्रों से करवाना है

इंटर सब्जेक्ट कोड संकाय के अनुसार
संकाय          कोड
विज्ञान          1
कॉमर्स           2  
कला              3
वोकेशनल       4 

मैट्रिक का सब्जेक्ट कोड पाली के अनुसार
पाली            कोड 
प्रथम            1 
द्वितीय          2 

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