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डीयू के कॉलेजों में स्थायी प्राचार्यों की नियुक्ति अगले हफ्ते से

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कॉलेजों में लंबे समय से रिक्त पड़े प्राचार्यों के पदों पर दिसंबर में नियुक्तियां शुरू होंगी। इसकी शुरुआत सबसे पहले जानकी देवी मैमोरियल कॉलेज (जेडीएम) से होनी हैं। इसमें...

डीयू के कॉलेजों में स्थायी प्राचार्यों की नियुक्ति अगले हफ्ते से
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीThu, 30 Nov 2017 05:00 PM
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दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कॉलेजों में लंबे समय से रिक्त पड़े प्राचार्यों के पदों पर दिसंबर में नियुक्तियां शुरू होंगी। इसकी शुरुआत सबसे पहले जानकी देवी मैमोरियल कॉलेज (जेडीएम) से होनी हैं। इसमें 9 दिसंबर को साक्षात्कार होना है। 
दिल्ली सरकार से फंड पाने वाले डीयू के अधिकतर कॉलेजों में गवर्निंग बॉडी नहीं बन पाई है। इस वजह से इन कॉलेजों में प्राचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया रुकी हुई थी। दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद के सदस्य प्रो. हंसराज सुमन ने बताया कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले जेडीएम कॉलेज में 9 दिसंबर को स्थायी प्राचार्य का साक्षात्कार होना है। डीयू प्रशासन का कहना है कि इसके बाद अन्य कॉलेजों में भी साक्षात्कार प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। फिलहाल इन कॉलेजों में कार्यवाहक प्राचार्य काम कर रहे हैं। 

इन कॉलेजों में प्राचार्य नहीं 
हंसराज कॉलेज, रामजस कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, हिन्दू कॉलेज, पीजीडीएवी कॉलेज, अरबिंदो कॉलेज, अरबिंदो कॉलेज (सांध्य), मोतीलाल नेहरू कॉलेज, मोतीलाल नेहरू कॉलेज (सांध्य), भगत सिंह कॉलेज (सांध्य), देशबंधु कॉलेज, सत्यवती कॉलेज, सत्यवती कॉलेज (सांध्य), राजधानी कॉलेज, विवेकानंद कॉलेज, स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज, भारती कॉलेज, गार्गी कॉलेज, मैत्रेयी कॉलेज, इंदिरा गांधी फिजिकल एजुकेशन, कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, कॉलेज ऑफ आर्ट्स। 

नियुक्तियों में आरक्षण की मांग
प्रोफेसर हंसराज सुमन का कहना है कि डीयू के किसी कॉलेज में प्राचार्य का पद एससी, एसटी, ओबीसी व दिव्यांग श्रेणी से नहीं भरा गया है। डीयू में जब संसदीय समिति ने दौरा किया था तब रजिस्ट्रार, कुलपति और डीन ऑफ कॉलेज को कहा गया था प्राचार्यों के पदों पर आरक्षण दिया जाए। समिति का कहना था कि कॉलेजों के इन पदों को एक जगह क्लब करके रोस्टर बनाया जाएं। यूजीसी और डीओपीटी गाइड लाइन के अनुसार आरक्षण देकर विज्ञापन निकाला जाए।
 

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