NIT Patna : बीटेक कोर्स में हिंदी और अंग्रेजी मीडियम की कक्षाएं अलग-अलग होंगी
एनआईटी पटना के निदेशक प्रो. प्रदीप कुमार जैन ने बताया कि नये सत्र में हिंदी माध्यम से पढ़ाई का विकल्प बीटेक कोर्स में नामांकन लेने वाले छात्रों के पास होगा। इसके लिए अलग-अलग कक्षाएं संचालित होंगी। एक...

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एनआईटी पटना के निदेशक प्रो. प्रदीप कुमार जैन ने बताया कि नये सत्र में हिंदी माध्यम से पढ़ाई का विकल्प बीटेक कोर्स में नामांकन लेने वाले छात्रों के पास होगा। इसके लिए अलग-अलग कक्षाएं संचालित होंगी। एक सेमेस्टर में लगभग छह पेपर होते हैं। आरंभ में छह में से तीन से चार विषयों की पढ़ाई हिंदी माध्यम से होगी। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों को शैक्षणिक सत्र 2021-22 से हिंदी सहित आठ क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की डिग्री देने की अनुमति दी है। नयी शिक्षा नीति 2020 में भी इस संबंध में प्रावधान सुनिश्चित किये गये हैं।
छात्रों के पास होगा विकल्प: निदेशक ने कहा कि संस्थान में पढ़ाई करने वाले 70 प्रतिशत छात्र हिंदी पट्टी से ही होते हैं। अब छात्रों पर भाषा के विकल्प को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं होगा।
छात्र अपनी पसंद का विकल्प चुनने के लिए स्वतंत्र हैं। शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षक दोनों माध्यमों से पढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हम सब हिंदी माध्यम से ही पढ़े हैं। हिंदी से पढ़ाई करना भी गौरव की बात है। अन्य भाषाओं की भी जानकारी रखनी चाहिए। आरंभ में दोनों की कक्षायें एक साथ चलेंगी। हिंदी और अंग्रेजी माध्यम वाले छात्रों को अलग अलग सेक्शन में बांट दिया जाएगा। इस निर्णय से हिंदीभाषी छात्रों को सहजता होगी। यह हिंदी और इंजीनियरिंग दोनों के विकास के लिए है। आने वाले दिनों में अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के विकल्पों पर भी काम किया जाएगा।
