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नई शिक्षा नीति : हॉट्स और लॉट्स मिलाकर बनेंगे सीबीएसई स्कूलों में परीक्षाओं के सवाल

हॉट्स यानि हाइर ऑर्डर थिंकिंग स्किल्स और लॉट्स यानि लोअर ऑर्डर थिंकिंग स्किल्स। इन दोनों को मिलाकर इस सत्र से सीबीएसई स्कूलों में सभी तरह की परीक्षाओं के सवाल बनेंगे। याद, सोच-समझ, जीवन में उसका उपयोग

नई शिक्षा नीति : हॉट्स और लॉट्स मिलाकर बनेंगे सीबीएसई स्कूलों में परीक्षाओं के सवाल
Alakha Singhप्रमुख संवाददाता,मुजफ्फरपुरSun, 28 May 2023 09:01 PM
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हॉट्स यानि हाइर ऑर्डर थिंकिंग स्किल्स और लॉट्स यानि लोअर ऑर्डर थिंकिंग स्किल्स। इन दोनों को मिलाकर इस सत्र से सीबीएसई स्कूलों में सभी तरह की परीक्षाओं के सवाल बनेंगे। याद, सोच-समझ, जीवन में उसका उपयोग समेत 12 बिंदुओं पर अब हर परीक्षा के सवाल होंगे। नई शिक्षा नीति के तहत परीक्षा पैटर्न में हुए बदलाव को लेकर सहोदय स्कूल के शिक्षकों को रविवार को ट्रेनिंग दी गई। इसमें सवाल बनाने के तरीके से लेकर अलग-अलग टर्म की परीक्षाओं में अंक और सवालों के पैटर्न की भी जानकारी दी गई। सीबीसीएई और एनसीईआरटी की ओर से चयनित एक्सपर्ट डा. प्रमोद कुमार ने शिक्षकों को सवाल बनाने का तरीका बताया। इस कार्यशाला में सीबीएसई स्कूल संगठन सहोदय से जुड़े अलग-अलग स्कूलों के शिक्षक शामिल हुए। मणिका स्थित मदर टेरेसा विद्यापीठ स्कूल में सहोदय की ओर से इस ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। डा. कुमार ने बताया कि केवल वार्षिक परीक्षा ही नहीं, स्कूल के इंटरनल असेसमेंट से लेकर मिड टर्म तक का भी सीबीएसई ने पैटर्न तय किया है, जिस पर स्कूलों को बच्चों का मूल्यांकन करना है।

इस तरह होगा सवाल बनाने का तरीका :
डा. कुमार ने बताया कि देशभर के स्कूलों में इसे लेकर शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है। बच्चों को केवल लोअर ऑर्डर ही नहीं, बल्कि हायर ऑर्डर थिंकिंग स्किल से भी जोड़ना है। इसमें लॉट्स में रिमेमब्रिंग, अंडरस्टैडिंग, एनालिसिस, इवेल्यूटिंग, क्रिएटिंग को रखना है, वहीं हॉट्स में नॉलेज, कंप्रीहेन्शन, एप्लीकेशन, सिंथेटिक, इवेल्यूशन पर आधारित सवाल होंगे। सीबीएसई ने निर्देश दिया है कि स्कूल में तीन पेन और पेपर आधारित परीक्षा होगी। इसमें प्री मिड टर्म, मिड टर्म और पोस्ट मिड टर्म परीक्षा ली जाएगी। इसमें से जिन दो मिड टर्म में बच्चों का परफॉर्मेंस बेहतर होगा, उसे ही स्कूल रखेंगे।

'लार' साइकिल पर होगा बच्चों का मूल्यांकन :
लार साइकिल पर बच्चों का मूल्यांकन होगा। इसमें एल यानि एक्सपेक्टैड लर्निंग आउटकम, ए यानि टीचिंग लर्निंग स्ट्रेजी, ए यानि असेसमेंट और आर यानि रिफ्लेक्टिव प्रैक्टिस पर आधारित होगा। डा. कुमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षकों को पहले सारे चैप्टर समझ कर पढ़ना है और फिर उसमें से सवाल बनाने हैं। इस मौके पर सहोदय के सचिव सतीश कुमार झा, विनीता कुमारी समेत विभिन्न स्कूल के शिक्षक मौजूद थे।

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