NEET UG: NEET Supreme Court hearing SC refuses to cancel NEET exam and ban counselling notice to NTA NEET : नीट परीक्षा रद्द करने और काउंसलिंग पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, NTA को नोटिस, Career Hindi News - Hindustan
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NEET : नीट परीक्षा रद्द करने और काउंसलिंग पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, NTA को नोटिस

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नीट परीक्षा रद्द करने और  काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के कथित पेपर लीक के चलते एग्जाम रद्द करने को लेकर याचिका दायर की गई थी।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 11 June 2024 12:04 PM
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NEET : नीट परीक्षा रद्द करने और काउंसलिंग पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, NTA को नोटिस

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नीट परीक्षा रद्द करने और काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के कथित पेपर लीक के चलते एग्जाम रद्द करने को लेकर याचिका दायर की गई थी। शीर्ष अदालत ने इस पर सुनवाई के दौरान कहा कि पेपर लीक और धांधली के आरोपों पर कोर्ट एग्जाम करने वाली एजेंसी एनटीए की भी दलील सुनना चाहता है। कोर्ट ने इस बाबत नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को नोटिस जारी कर पेपर लीक के आरोपों पर जवाब मांगा है। जस्टिस विक्रम नाथ और अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की अवकाशकालीन पीठ ने मामले की सुनवाई की। एमबीबीएस समेत विभिन्न मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए होने वाली काउंसलिंग पर रोक लगाने से फिलहाल कोर्ट ने इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि परीक्षा की पवित्रता पर असर पड़ा है।  

आपको बता दें कि शिवांगी मिश्रा और नौ अन्य लोगों ने 1 जून को रिजल्ट घोषित होने से पहले याचिका (शिवांगी मिश्रा और अन्य बनाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और डायरी संख्या 25656/2024) दायर की थी। नीट रिजल्ट जारी होने के बाद सुप्रीम कोर्ट में कुछ और याचिकाएं दायर की गई हैं जिसमें कई उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स देने के एनटीए के फैसले पर सवाल उठाए गए हैं। वे याचिकाएं जो परिणाम घोषित होने के बाद दायर की गई थीं, वे मंगलवार को सूचीबद्ध नहीं की गईं थीं।

अब सुप्रीम कोर्ट ने नीट को लेकर दायर की गई अन्य याचिकाओं को भी इसी याचिका के साथ जोड़ दिया है। अब इन सब पर सुनवाई 8 जुलाई 2024 को होगी। 

NTA बना चुका है कमिटी
शिक्षा मंत्रालय ( Education Ministry ) ने नीट में करीब 1600 स्टूडेंट्स को मिले ग्रेस मार्क्स मामले की जांच के लिए एक चार सदस्यीय कमिटी बनाई है।  यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन की अगुवाई में यह कमिटी एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। एनटीए ने कहा कि स्टूडेंट्स को ग्रेस अंक ( NEET Grace Marks ) देने से नतीजों या क्वालिफाइंग क्राइटेरिया में कोई फर्क नहीं पड़ा है। एनटीए ने पेपर लीक होने के आरोपों को भी खारिज कर दिया। एनटीए डीजी सुबोध कुमार सिंह ने कहा,  'यह मसला सिर्फ 1600 स्टूडेंट्स का मसला है। पेपर 23 लाख से ज्यादा बच्चों ने दिया था। 4750 सेंटर की बजाय सिर्फ 6 सेंटर का मामला है। कमिटी इन करीब 1600 स्टूडेंट्स को दिए गए ग्रेस मार्क्स व टाइम लॉस मामले की जांच करेगी। जरूरत पड़ेगी तो इनका रिजल्ट संशोधित किया जा सकता है। इससे नीट रिजल्ट के बाद होने वाली एमबीबीएस व बीडीएस समेत विभिन्न मेडिकल कोर्सेज की एडमिशन प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कमिटी की जो सिफारिशें आएंगी, हम फैसला लेंगे।'

पेपर लीक से एनटीए कर चुका है इनकार
एनटीए ने नीट का पेपर लीक होने से इनकार किया है। उसका कहना है कि पूरे देश में इस परीक्षा की पारदर्शिता से समझौता नहीं किया गया। कोई पेपर लीक नहीं हुआ। पूरी परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी रही।

गौरतलब है कि नीट में 67 छात्रों के 720 में से 720 अंक पाने और कटऑफ के अचानक आसमान छूने के बाद हजारों छात्र, पेरेंट्स और कोचिंग संचालक पेपर लीक का आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस ने भी नीट मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग कर डाली है। पिछले दिनों दी गई एनटीए की सफाई उन्हें तार्किक नहीं लग रही है। बहुत से नीट अभ्यर्थियों का आरोप है कि नीट का पेपर लीक होने की वजह से रैंक और नंबर को बुरी तरह प्रभावित किया है। पेपर लीक होने की वजह से रैंक में इनफ्लेशन हुआ है। सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी नीट स्कैम, नीट परीक्षा रद्द करो और नीट रिजल्ट फिर से जारी करो हैश टैग से लगातार अभियान चला रहे हैं। 

नीट पेपर के आरोपों के अलावा कहां कहां है स्टूडेंट्स को आपत्तियां, ये हैं बवाल की वजह
1. एक ही एग्जाम सेंटर से छह टॉपर कैसे हो सकते हैं ?

बहुत से स्टूडेंट्स का कहना है कि एनटीए ने नीट टॉपरों की जो मेरिट लिस्ट जारी की है उसमें 8 स्टूडेंट्स के रोल नंबर एक ही सीरीज के हैं। सीरियर नंबर 62 से लेकर 69 के तक के 8 स्टूडेंट्स में से 6 स्टूडेंट्स रैंक 1 पाने वाले टॉपर हैं। आठ में से छह हरियाणा के बहादुरगढ़ स्थित एक ही एग्जाम सेंटर के हैं। सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी व एग्जाम एक्सपर्ट्स ने इसे लेकर नीट की पारदर्शिता पर संदेह जताया है। 8 में से 7 स्टूडेंट्स का सरनेम लिस्ट में क्यों नहीं लिखा है? इन स्टूडेंट्स का नीट रोल नंबर, नाम, मार्क्स और रैंक को हाईलाइट करने वाला स्नैपशॉट सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है। इन 8 में से 6 स्टूडेंट्स को 720 में से 720 अंक मिले हैं। अन्य दो को 719, 718 हैं। एनटीए ने इस पर सफाई में कुछ दिन पहले कहा कि हरियाणा के एग्जाम सेंटर पर स्टूडेंट्स का समय बर्बाद हुआ था, इसके चलते उन्हें मुआवजे के तौर पर ग्रेस मार्क्स दिए गए। 

2. छात्र, पेरेंट्स व कोचिंग संचालकों ने पूछा है कि एनटीए बताए कितने स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स मिले हैं? किसे कितने कितने मार्क्स दिए गए हैं? बिना ग्रेस मार्क्स के भी नीट की ऑरिजनल मेरिट लिस्ट जारी होनी चाहिए। 

3. ग्रेस मार्क्स को लेकर एनटीए ने नोटिफिकेशन में कोई जानकारी नहीं दी थी। फिर अचानक रिजल्ट में इस पॉलिसी को क्यों किस आधार पर लागू किया गया?

4. किन सेंटरों पर टाइम लॉस हुआ है और किस आधार पर इन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं। 

5. एनटीए नॉर्मलाइजेशन पर स्पष्टीकरण दे। इसका क्या फॉर्मूला रहा। किस आधार पर यह दिया गया।

6. कितने सेंटरों के स्टूडेंट्स पर नॉर्मलाइजेशन लागू किया गया।

7. 718 और 719 मार्क्स कैसे आए, जबकि यह असंभव है। इन स्टूडेंट्स ने तर्क दिया कि नीट का पेपर 720 नंबर का होता है। हर सवाल चार नंबर का होता और गलत उत्तर पर एक अंक की नेगेटिव मार्किंग होती है। कोई छात्र अगर सभी सवाल सही करता है तो उसके पूरे 720 में से 720 आते हैं और अगर एक सवाल छोड़ देता है तो उसके 716 अंक आएंगे। वहीं एक सवाल गलत करता है तो उसके 715 अंक रह जाएंगे। ऐसे में 718 व 719 अंक हासिल कर पाना असंभव हैं। 720 के बाद किसी के 715 और 716 अंक ही आ सकते हैं।

8. नीट की टाइ ब्रेकिंग पॉलिसी रिजल्ट के समय क्यों बदली गई है। 8वां नियम क्यों डाला गया है जबकि नोटिफिकेशन में इसका कोई जिक्र नहीं था, केवल 7 पैरामीटर ही थे? पहले आवेदन करने वाले को मेरिट में ऊपर रखा जाएगा, यह पहले क्यों नहीं बताया गया। 

9. कितने टाइम लॉस होने पर कितने ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं?

10. लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन ही नीट रिजल्ट क्यों जारी किया गया? जबकि इसकी संभावित तिथि 10 दिन बाद थी।