NEET UG : दिल्ली AIIMS से MBBS का ख्वाब चकनाचूर, पहले NEET के टॉपर थे ये चारों, अब टॉप 50 में भी नहीं
एक विवादित प्रश्न के चलते गुजरात के चारों नीट टॉपर नीट के टॉप 50 स्टूडेंट्स की लिस्ट में भी नहीं है। 80वीं रैंक पाने के बाद ऋषभ अब एम्स जोधपुर या फिर बीजे मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करना चाह रहा है।
4 जून को जब नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट आया था तब अहमदाबाद का रहने वाला कक्षा 12वीं का छात्र ऋषभ खुशी से झूम रहा था। 720 में से 720 अंक पाने वाला ऋषभ मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में देश भर में टॉप करने वाले 67 स्टूडेंट्स में से एक था। लेकिन 26 जुलाई को इस होनहार छात्र का एम्स दिल्ली से एमबीबीएस करने का ख्वाब चकनाचूर हो गया। एक विवादित प्रश्न के चलते ऋषभ का स्कोर 720 से घटकर 715 हो गया। सिर्फ 5 अंक घटने से अब वह नीट के टॉप 50 स्टूडेंट्स की लिस्ट में भी नहीं है। नीट के रिवाइज्ड रिजल्ट में 80वीं रैंक पाने के बाद ऋषभ अब एम्स जोधपुर या फिर बीजे मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करना चाह रहा है।
अहमदाबाद मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक ऋषभ कहते हैं, '720 में से 720 अंक पाने के बाद मैं बहुत संतुष्ट था। गर्व महसूस हो रहा था। लेकिन दो महीने बाद अब मायूसी हाथ लगी है। मेरे सभी नॉन मेडिकल स्ट्रीम के दोस्तों की पढ़ाई शुरू हो चुकी है और नीट देने वाले स्टूडेंट्स अभी भी एडमिशन प्रक्रिया को लेकर अनिश्चितता की स्थिति में है। इस देरी के पीछे हम ईमादार स्टूडेंट्स का क्या कसूर है।'
ऋषभ के अलावा गुजरात के तीन और स्टूडेंट्स हैं जो पहले नीट टॉपर थे लेकिन अब वे टॉप 50 की लिस्ट में भी नहीं है। यानी गुजरात के ये चारों 720 में से 720 अंक पाने वाले नीट टॉपर पहले 50 टॉपरों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं। वेद पटेल, दर्श पाघदर और कृति शर्मा ने 720 में से 720 अंक लाकर टॉप किया था लेकिन अब इन तीनों की रैंक भी बुरी तरह नीचे खिसक गई है। देव की अब 63, कृति की 68 और दर्श की 74वीं रैंक है
वेद ने कहा, 'हालांकि मुझे शुरू से ही परफेक्ट स्कोर की उम्मीद नहीं थी। मुझे 715 स्कोर की ही उम्मीद थी। ये अब मेरा रिवाइज्ड स्कोर है। लेकिन हालात कुछ हुए जिसकी उम्मीद नहीं थी। लेकिन आखिरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सही उत्तर देने वालों को उनका हक मिला। मुझे इस झटके को झेलने में थोड़ा समय लगा लेकिन आखिर में किसी के साथ भी नाइंसाफी नहीं हुई।'
राजकोट से ताल्लुक रखने वाले दर्श की टीचर नेहा देसाई ने कहा, 'दर्श होनहार छात्र है। उसका लक्ष्य दिल्ली एम्स था। हालांकि रिवाइज्ड मार्क्स व रैंक में उसे वह नहीं मिलेगा। इसलिए अब वह जोधपुर एम्स की ओर देख रहा है। दर्श को रिवाइज्ड रिजल्ट के बाद काफी मायूस था लेकिन फिर हमने उसे समझाया।'
विवादों से घिरी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी के अंतिम परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिए। उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद दोबारा जारी हुए इन परिणामों में टॉपर घटकर 17 रह गए हैं, जबकि पहले यह संख्या 67 थी रैंकिंग में बदलाव का असर चार लाख 20 हजार छात्रों पर पड़ा है। इसके अलावा सूची से उन छात्रों का नाम भी हटा दिया गया है, जिन पर परीक्षा में धांधली का आरोप था। बता दें कि शीर्ष अदालत ने इस परीक्षा को रद्द करने और दोबारा कराने के अनुरोध वाली याचिकाओं को मंगलवार को खारिज कर दिया था।
ऐसे घटी संख्या : पहली बार घोषित परिणाम में 67 टॉपर थे। इनमें से छह को ग्रेस मार्क हटाने के बाद टॉपर सूची से निकाल दिया गया। वहीं, एक प्रश्न का गलत उत्तर होने पर 44 और छात्र सूची से बाहर हो गए, जिन्होंने 720 स्कोर किया था। दोबारा जारी परिणाम में अब इनके अंक 715 हो गए हैं। टॉपर की सूची में दिल्ली के मृदुल मान्य आनंद और दिव्यांश के नाम शामिल हैं। वहीं, यूपी के आयुष नौगरैया और आर्यन यादव ने भी यह मुकाम हासिल किया है। इनके अलावा बिहार के मंसूर, राजस्थान की प्रचिता और सौरव, पंजाब के गुनमय गर्ग, पश्चिम बंगाल के अर्घ्यदीप दत्ता, महाराष्ट्र के शुभान सेनगुप्ता, पलांशा अग्रवाल और माने नेहा कुलदीप, तमिलनाडु के रजनीश पी, केरल के श्रीनंद शर्मिल आदि का नाम भी टॉपर सूची में शामिल है। इन सभी ने 720 अंक हासिल किए हैं।
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