NEET Result 2020 : दिल्ली से 75 फीसदी से अधिक अभ्यर्थियों ने पास की परीक्षा
देशभर में संचालित हो रहे मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस सीटों में दाखिला के लिए आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) का परिणाम शुक्रवार को जारी हो गया है। परीक्षा में 720...
देशभर में संचालित हो रहे मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस सीटों में दाखिला के लिए आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) का परिणाम शुक्रवार को जारी हो गया है। परीक्षा में 720 में से 720 अंक प्राप्त कर ओडिसा के शोएब आफताब और दिल्ली की आकांक्षा सिंह ने टॉप किया है।
महिला अभ्यर्थी अधिक सफल हुई
नीट के परिणाम में सफल होने वालों की श्रेणी में महिला अभ्यर्थियों की संख्या अधिक है। नीट 2020 में कुल 771500 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। जिसमें से 343556 पुरुष अभ्यर्थी तो 427943 महिला अभ्यर्थी हैं। कोरोना महामारी से बचाव के तहत घोषित बंदी के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की तरफ से 13 सितंबर को आयोजित नीट के लिए इस बार 1597435 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था, जिसमें से 1366945 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से 618075 पुरुष अभ्यर्थी तो 748866 महिला अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुई थी।
दिल्ली से 75 फीसदी से अधिक अभ्यर्थियों ने पास की परीक्षा
नीट 2020 में दिल्ली से 75 फीसदी से अधिक अभ्यर्थी सफल हुए हैं। एनटीए से मिली जानकारी के मुताबिक नीट 2020 में दिल्ली से 34520 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था, जिसमें से 31202 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए और 23554 अभ्यर्थी परीक्षा में सफल हुए हैं। जो कुल फीसदी का 75.49 फीसदी है। नीट 2019 में दिल्ली से 74.92 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षा में सफल हुए थे।
शीर्ष 50 में दिल्ली के 6 अभ्यर्थी
एनटीए की तरफ से नीट के शीर्ष 50 अभ्यर्थियों में दिल्ली के 6 अभ्यर्थी शामिल हैं। जिसमें आकांक्षा सिंह को दूसरी रैंक मिली है, तो वहीं कार्तिक अग्रवाल को 23वीं रैंक, लक्ष्य चावला को 29वीं, गजेराज रसकि भाई को 36वीं, अलिशा यमेेन जिंदल को 48वीं और मधुर सिंघल को 49वीं रैंक मिली है।
सबसे अधिक अभ्यर्थियों ने अंग्रेजी माध्यम में दी परीक्षा
एनटीए से मिली जानकारी के मुताबिक नीट 2020 में सबसे अधिक अभ्यर्थियों ने अंग्रेजी माध्यम में परीक्षा दी है। जो परीक्षा में शामिल हुए कुल अभ्यर्थियों का 79.08 है। इसके बाद हिंदी माध्यम से 12.80 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है। इन दोनों भाषाओं से कुल 91.88 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है, जबकि 8.12 फीसदी अभ्यर्थियों ने स्थानीय भाषा में परीक्षा दी है।