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NEET PG से 53 करोड़ कमाए, खर्च नहीं बताया

अपने अपारदर्शी तरीके से काम करने के लिए चलते अकसर विवादों में रहने वाली संस्था ‘नेशनल बोर्ड ऑफ एक्जामिनेशन (एनबीई)' के लिए मेडिकल पीजी में प्रवेश के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा नीट पीजी एक...

NEET PG से 53 करोड़ कमाए, खर्च नहीं बताया
स्कन्द विवेक धर,नई दिल्लीFri, 10 Jan 2020 03:20 PM
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अपने अपारदर्शी तरीके से काम करने के लिए चलते अकसर विवादों में रहने वाली संस्था ‘नेशनल बोर्ड ऑफ एक्जामिनेशन (एनबीई)' के लिए मेडिकल पीजी में प्रवेश के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा नीट पीजी एक दुधारू गाय बन गई है। अकेले इस साल, इस परीक्षा से एनबीई को 53 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई हुई है।

सूचना के अधिकार' के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब से यह खुलासा हुआ है। एनबीई ने इस परीक्षा के आयोजन पर आए कुल खर्च का जवाब देने से इनकार कर दिया है। मेडिकल शिक्षा एक्टिविस्ट विवेक पांडेय की ओर से लगाए गए सवालों के जवाब में एनबीई ने बताया कि नीट पीजी 2019 में उसे परीक्षा शुल्क के रूप में कुल 53 करोड़ 15 लाख 55 हजार 750 रुपये प्राप्त हुए। यह रकम नीट पीजी 2018 के मुकाबले 5.08 करोड़ रुपये अधिक है।

एनबीई ने यह बताने से इनकार कर दिया कि इस परीक्षा को आयोजित करने पर कुल कितना खर्च आया, हालांकि उसने ये जरूर कहा है कि बची हुई रकम एनबीई के पास है। मालूम हो, नीट पीजी के लिए सामान्य वर्ग एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रत्याशियों से 3750 रुपये और एससी-एसटी-विकलांग प्रतिभागियों से 2750 रुपये लिए जाते हैं। एनबीई के रवैये पर सवाल उठाते हुए पांडेय ने कहा कि एनबीई एक सरकारी संस्था है। इसे ‘नो प्रॉफिट, नो लॉस' के आधार पर काम करना चाहिए। लेकिन एनबीई छात्रों को अपनी कमाई का जरिया बना रही है। पांडेय ने आरोप लगाया कि इस परीक्षा पर होने वाला कुल खर्च आए से बहुत कम है। यही कारण है कि एनबीई खर्च बताने से बच रही है।

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एफएमजीई से भी होती है खासी कमाई 
एनबीई नीट पीजी के अलावा विदेश से एमबीबीएस करने वाले छात्रों के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट एफएमजीई का आयोजन भी करता है। इस परीक्षा की फीस पांच हजार रुपये होती है। नीट पीजी की तरह ही एफएमजीई से होने वाली करोड़ों रुपये की कमाई भी एनबीई अपने पास ही रखता है।
 
बचा पैसा अपने पास रखना गलत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि किसी भी सरकारी संस्था को अतिरिक्त आमदनी अपने पास रखने का अधिकार नहीं है। रकम भारत की संचित निधि में जमा की जाती है। जमा न करना गलत है।

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