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NEET: एमबीबीएस के बाद एसएनएमएमसीएच मेडिकल कॉलेज कराएगा 7 विषयों में पीजी

एमबीबीएस की 100 सीट मिलने के बाद अब एसएनएमएमसीएच (शहीद निर्मल महतो मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) पीजी की तैयारी में जुट गया है। यहां सात विषयों में पीजी शुरू करने की कवायद चल रही है। इस कवायद को

NEET: एमबीबीएस के बाद एसएनएमएमसीएच मेडिकल कॉलेज कराएगा 7 विषयों में पीजी
Alakha Singhअमित रंजन,धनबादSun, 19 Mar 2023 01:48 PM
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एमबीबीएस की 100 सीट मिलने के बाद अब एसएनएमएमसीएच (शहीद निर्मल महतो मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) पीजी की तैयारी में जुट गया है। यहां सात विषयों में पीजी शुरू करने की कवायद चल रही है। इस कवायद को धरातल पर उतारने के लिए सरकार से 16.52 लाख रुपए की मांग की गई है। यह पैसा नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) को मेडिकल कॉलेज की इंस्पेक्शन फीस के रूप में भेजा जाएगा।

बता दें कि इस मेडिकल कॉलेज को इसी साल एनएमसी ने एमबीबीएस की 100 सीट पर नामांकन की अनुमति दी है। अब तक यहां 50 सीटों पर ही नामांकन होता था। एमबीबीएस की सीट बढ़ने के साथ यहां पीजी की पढ़ाई शुरू करने की उम्मीद बढ़ गई है। इस उम्मीद के आधार पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन इसकी कवायद में जुटा है। अधिकारियों की मानें तो इस मेडिकल कॉलेज का सात विभाग पीजी के मापदंडों पर खरा उतर रहा है। पीजी की अनुमति देने के पूर्व एनएमसी द्वारा मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया जाएगा। इस निरीक्षण के लिए मेडिकल कॉलेज को निरीक्षण शुल्क जमा करना होगा, जो 16.52 लाख रुपए है। अधिकारियों के अनुसार एनएमसी द्वारा जल्द ही मेडिकल कालेजों से पीजी के लिए आवेदन आमंत्रित किया जाएगा। इस आवेदन के साथ निरीक्षण शुल्क भी जमा करना होता है। इसके लिए सरकार से पैसे की मांग की गई ताकि एनएमसी की साइट पर ऑनलाइन आवेदन शुरू होते ही एसएनएमएमसीएच अपनी दावेदारी कर सके।

प्रति विषय जमा करने होंगे 2.36 लाख रुपए
पीजी इंस्पेक्शन के लिए एनएमसी मेडिकल कॉलेजों से प्रति विषय 2.36 लाख रुपए इंस्पेक्शन शुल्क लेता है। यहां सात विषय में पीजी शुरू करने के लिए आवेदन किया जाना है। इसलिए सरकार से 16.52 लाख रुपए की मांग की गई है।

इन विभागों के लिए होगा आवेदन
अधिकारियों के अनुसार मेडिकल कॉलेज मेडिसिन, सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, एनेस्थीसिया, हड्डी रोग विभाग और बायोकेमिस्ट्री में पीजी शुरू करने की तैयारी में है। बायोकेमिस्ट्री को छोड़कर सभी विभागों में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर उपलब्ध हैं। बायोकेमिस्ट्री में एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।

यूनिवर्सिटी की टीम इस सप्ताह करेगी निरीक्षण
मेडिकल कॉलेज में पीजी शुरू करने के लिए बीबीएमकेयू से संबद्धता लेनी होगी। अधिकारियों के अनुसार विश्वविद्यालय की टीम इसी सप्ताह मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेगी। इस निरीक्षण के दौरान विवि के अधिकारी मेडिकल कॉलेज के संसाधनों और मैनपावर का जायजा लेंगे। मेडिकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई के लिए पर्याप्त संसाधन और मैनपावर उपलब्ध होने पर इसे संबद्धता प्रदान कर दी जाएगी। इसके बाद विवि की संबद्धता के साथ एनएमसी को पीजी के लिए आवेदन किया जाएगा।

डॉ रवि भूषण (नोडल ऑफिसर, एनएमसी एसएनएमएमसीएच) ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में पीजी शुरू करने के लिए कोशिश की जा रही है। एनएमसी के इंस्पेक्शन फीस के लिए सरकार से पैसे की मांग की गई है। फिलहाल सात विषय में पीजी शुरू करने की तैयारी है। 

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