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TMBU के भौतिकी विभाग में होगी नैनो तकनीक पर पढ़ाई

तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के भौतिकी विज्ञान विभाग में नैनो तकनीक की पढ़ाई और शोध कराया जाएगा। प्रस्ताव पर कुलपति की ओर से सहमति मिल चुकी है। आगे की प्रक्रिया भौतिकी विभाग की देखरेख...

TMBU के भौतिकी विभाग में होगी नैनो तकनीक पर पढ़ाई
कार्यालय संवाददाता,भागलपुरSat, 27 Feb 2021 03:49 PM
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तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के भौतिकी विज्ञान विभाग में नैनो तकनीक की पढ़ाई और शोध कराया जाएगा। प्रस्ताव पर कुलपति की ओर से सहमति मिल चुकी है। आगे की प्रक्रिया भौतिकी विभाग की देखरेख में शुरू होगी। अब राजभवन से सहमति के लिए भी प्रस्ताव भेजा जाएगा। इसके बाद पदार्थ विज्ञान विभाग और इंजीनियरिंग विभाग उपकरण से लेकर अन्य आधारभूत संरचना विकसित करेगा।

पदार्थ विज्ञान विभाग और इंजीनियरिंग विभाग की लैब स्थापित होने के बाद इसमें शोध कार्य शुरू होगा। इसके बाद एमएससी, पीएचडी, एमटेक और डिप्लोमा की पढ़ाई शुरू करने की योजना है। इसकी पढ़ाई करके छात्र नयी जगहों पर रोजगार का सृजन कर सके। इसकी शुरुआत के लिए विवि की ओर से सीड मनी देने पर भी मंथन चल रहा है।
भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जगधर मंडल ने कहा कि इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है। सहमति के बाद आगे की प्रक्रिया में तेजी लायी जाएगी। वहीं, विभाग के प्राध्यापकों ने बताया कि शोध के साथ-साथ प्रशिक्षण मिलेगा। युवाओं में इससे रोजगार की संभावनाएं काफी बढ़ेगी। 

पांच विभाग और चार कॉलेज होगा साथ
पदार्थ विज्ञान विभाग और इंजीनियरिंग की शुरुआत भौतिकी विभाग की देखरेख में होगी। मगर इसके साथ केमेस्ट्री, बायो टेक्नोलॉजी, जूलॉजी और बॉटनी विभाग के साथ-साथ इंजीनियरिंग कॉलेज, बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू), ट्रिपल आईटी के छात्र-छात्राओं को भी शोध कार्य के लिए जोड़ा जाएगा। इसके लिए भौतिकी के प्रो. कमल प्रसाद और केमेस्ट्री के एक शिक्षक को इससे जोड़ा जाएगा।

प्राकृतिक चीजों पर होगा शोध, रोजगार के बढ़ेंगे अवसर
विभागाध्यक्ष ने बताया कि पदार्थ विज्ञान विभाग और इंजीनियरिंग के जरिए कई नयी चीजें तैयार की जा सकती हैं। इस केंद्र को इस तरह से तैयार किया जाएगा कि इसमें मैट्रिक, इंटर और डिप्लोमा करने वाले युवाओं को प्रशिक्षण देकर उनके अंदर रोजगार का सृजन करना है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र में प्राकृतिक चीजों पर अत्यधिक शोध किया जाएगा। ताकि उपलब्ध सामग्री से नयी चीजें तैयार कराकर उसे बाजार उपलब्ध कराया जा सकें।

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