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Mumbai University : मुंबई विश्वविद्यालय ने एलएलएम में प्रवेश की समय सीमा बढ़ाई, छात्रों को राहत

mumbai university llm admission 2023 last date extended : इस फैसले से उन सभी छात्रों को राहत मिली है जो पिछले दो महीने से अधिक समय से अपने पुनर्मूल्यांकन परिणाम का इंतजार कर रहे हैं।

Mumbai University : मुंबई विश्वविद्यालय ने एलएलएम में प्रवेश की समय सीमा बढ़ाई, छात्रों को राहत
Yogesh Joshiलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीFri, 15 Sep 2023 11:26 PM
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मुंबई विश्वविद्यालय के कानून विभाग ने शुक्रवार शाम को एक परिपत्र जारी कर एलएलएम प्रवेश को 30 सितंबर, 2023 तक बढ़ाने की घोषणा की है। पहले प्रवेश की अंतिम तिथि 15 सितंबर थी। इस फैसले से उन सभी छात्रों को राहत मिली है जो पिछले दो महीने से अधिक समय से अपने पुनर्मूल्यांकन परिणाम का इंतजार कर रहे हैं।

इस निर्णय की घोषणा शुक्रवार को कई छात्रों की शिकायत करने के बाद की गई। छात्रों का कहना है कि वे बिना किसी गलती के एलएलएम प्रवेश से चूक जाएंगे। शुक्रवार को एलएलएम प्रवेश में विस्तार के अनुरोध के साथ मुंबई विश्वविद्यालय में  कई छात्र अधिकारियों से मिले थे। उन छात्रों में से एक छात्र ने अधिकारियों से ये सवाल किया कि मेरा एलएलबी परिणाम 12 जुलाई को आया था और मैंने 14 जुलाई को तुरंत पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया था। लेकिन विश्वविद्यालय ने अभी तक परिणाम घोषित नहीं किया है। मुझे एलएलएम प्रवेश क्यों छोड़ना चाहिए क्योंकि विश्वविद्यालय ने परिणाम में देरी की है?

कुल 1,722 छात्रों ने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया था। इनमें से 764 छात्र अभी भी रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। छात्रों के अनुसार, एलएलबी परिणाम के बाद, पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने और एलएलएम प्रवेश शुरू होने से पहले परिणाम प्राप्त करने के लिए पर्याप्त समय था। छात्र ने कहा, "लेकिन हम यह जानकर हैरान रह गए कि विश्वविद्यालय दो महीने से अधिक समय से पुनर्मूल्यांकन रिजलट की घोषणा नहीं कर पाया है।

मुंबई विश्वविद्यालय के पूर्व सीनेट सदस्य वैभव थोराट, जिन्होंने छात्रों के अनुरोधों के साथ कुलपतियों को पत्र लिखा था, ने कहा, “परिणामों में देरी विश्वविद्यालय में एक नियमित घटना बन गई है जिससे छात्रों के लिए समस्याएं पैदा हो रही हैं। यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि विश्वविद्यालय दो महीने से अधिक समय में पुनर्मूल्यांकन परिणाम घोषित नहीं कर सकता है। अधिकारियों को स्थिति को सुलझाने पर काम करने की जरूरत है।

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