नेताजी जयंती : 1939 के कांग्रेस सम्मेलन में स्ट्रेचर पर पहुंचे थे सुभाष चंद्र बोस, जानिए उनसे जुड़े रोचक फैट्स
नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के उन स्वतंत्रता सेनानियों में से एक हैं, जिन्होंने आजाद भारत का सपना न सिर्फ देखा बल्कि उसके लिए जीवन की आहुति भी दे दी। उन्होंने इस सपने का हिस्सेदार सभी देशवासियों को...
नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के उन स्वतंत्रता सेनानियों में से एक हैं, जिन्होंने आजाद भारत का सपना न सिर्फ देखा बल्कि उसके लिए जीवन की आहुति भी दे दी। उन्होंने इस सपने का हिस्सेदार सभी देशवासियों को बनाया, ताकि सब मिलकर आजाद भारत के लिए लड़ाई लड़ सकें। उनका व्यक्तित्व ऐसा रहा, जिससे आज भी भारत का युवावर्ग प्रेरणा लेता है। आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक फैक्ट्स
नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक विलक्षण छात्र और राष्ट्रप्रेमी थे। वह 9 भाई-बहनों में से एक थे।
भारतीय सिविल सेवा की परीक्षा में उनकी रैंक 4 थी। इसके बावजूद उन्होंने नौकरी ठुकरा दी।
1943 में बर्लिन में रहते हुए नेताजी ने आजाद हिंद रेडियो और फ्री इंडिया सेंटर की स्थापना की थी।
नेताजी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दो बार अध्यक्ष चुना गया था। 1939 के कांग्रेस सम्मेलन में नेताजी स्ट्रेचर पर लाद कर लाया गया था
कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद नेताजी ने 1939 में फॉरवर्ड ब्लॉक नामक संगठन का गठन किया।
नेताजी के मौत की गुत्थी आज भी अनसुलझी है। उनके जीवित रहने के कई साक्ष्य और बातें रूस और भारत में देखे-सुने गए हैं।
लोगों का ऐसा मानना है कि नेताजी साल 1985 तक जीवित रहे हैं। वह भगवानजी के रूप में फैज़ाबाद के एक मंदिर में रहते थे।