स्थानीय सरकारी स्कूलों के बच्चों की मदद करेंगे केंद्रीय विद्यालय
राज्य के सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण छात्रों को पढ़ने का सही मौका नहीं मिल पाता। लेकिन, अब स्थानीय सरकारी स्कूल के छात्रों को केंद्रीय विद्यालय पढ़ने में मदद करेंगे। मानव...
राज्य के सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण छात्रों को पढ़ने का सही मौका नहीं मिल पाता। लेकिन, अब स्थानीय सरकारी स्कूल के छात्रों को केंद्रीय विद्यालय पढ़ने में मदद करेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसके तहत एक पहल शुरू की है जिसमें अच्छी सुविधाओं में वाले केंद्रीय विद्यालय अपने आस-पास के सरकारी स्कूलों की तरफ मदद का हाथ बढ़ा सकेंगे।
छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेंगे केंद्रीय विद्यालय
मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आदेशों के अनुसार स्थानीय सरकारी स्कूलों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने में केंद्रीय विद्यालयों की अहम भूमिका होगी। स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे सरकारी स्कूलों के छात्रों की मदद करेगा। छात्रों को केंद्रीय विद्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं का इस्तेमाल करने और उससे नई चीजें सीखने का मौका मिलेगा। स्कूल सिस्टम में आदान-प्रदान की प्रक्रिया को मजबूत करने में केवीएस अहम भूमिका निभाएगा।
प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के छात्रों को दी जाएगी शिक्षा
केंद्रीय विद्यालय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के छात्रों को कई विषयों को पढ़ने के लिए मदद करेंगे। इनमें क्लास की अच्छी आदतों के बारे में सिखाना और वर्कशॉप और अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेना शामिल है। इसके अलावा लाइफ स्किल, सॉफ्ट स्किल सिखाना, इंटर स्कूल टूर्नामेंट, प्रदर्शनी में हिस्सा लेने के लिए भी स्थानीय सरकारी स्कूल के छात्रों को प्रोत्साहित किया जाएगा। छात्रों को प्रोजेक्ट बनाने और उन्हें प्रदर्शित करने के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके पहल के तहत स्थानीय सरकारी स्कूलों से मेधावी छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा।