JRH UNIVERSITY : जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा
प्रदेश सरकार ने चित्रकूट स्थित जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा दिये जाने का फैसला किया है। प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की ओर से लाये गये प्रस्ता
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प्रदेश सरकार ने चित्रकूट स्थित जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा दिये जाने का फैसला किया है। प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की ओर से लाये गये प्रस्ताव को शनिवार को कैबिनेट ने अपनी स्वीकृत दी।
इस फैसले से राज्य के दिव्यांग छात्र-छात्राओं की दक्षताओं को विकसित करके उन्हें गुणवत्तापरक उच्च शिक्षा प्रदान करने के साथ ही प्रदेश को एक दिव्यांग वि.वि.भी प्राप्त हो सकेगा। राज्य सरकार ने यह फैसला इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य द्वारा किये गये अनुरोध पर किया है। इस विश्वविद्यालय में 41 शैक्षिक वर्ग में और 68 गैर शैक्षिक वर्ग में कार्मिक कार्यरत हैं। चालू शैक्षिक सत्र में यहां कु 1642 दिव्यांग छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।
कैबिनेट निर्णय- तीन निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना को हरी झंडी मिली
कैबिनेट ने प्रदेश में तीन अलग-अलग निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना को अपनी हरी झंडी दे दी। इससे अब गौतमबुद्धनगर में जेबीएम ग्लोबल विश्वविद्यालय, मथुरा में एसकेएस इण्टरनेशनल विश्वविद्यालय तथा सरोज लखनऊ में इण्टरनेशनल विश्वविद्यालय खोले जा सकेंगे। इन तीनो विश्वविद्यालयों को उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय अधिनियम, 2019 की धारा-6 के प्राविधानों के तहत आशय-पत्र निर्गत किये जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इस अधिनियम की धारा-4 में नये विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किये जाने, धारा-5 में प्रस्ताव का मूल्यांकन किये जाने तथा धारा-6 में आशय-पत्र निर्गत किये जाने विषयक प्राविधान विहित किये गये हैं। इस नियमावली के नियम-14 के अन्तर्गत उच्च शिक्षा विभाग द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय समिति के समक्ष मंतव्य एवं संस्तुति सहित प्रस्ताव प्रस्तुत किये जाने का प्राविधान है।