जेएनयू अब छात्रों को रामायण से सीखाएगा नेतृत्व कौशल का पाठ
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) अब रामायण के माध्यम से छात्रों को नेतृत्व कौशल, क्षमता व गुण से परिचित कराएगा। जिसके लिए जेएनयू दो दिवसीय ऑनलाइन कक्षाएं (बेवीनार) आयोजित करने जा रहा है।...
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) अब रामायण के माध्यम से छात्रों को नेतृत्व कौशल, क्षमता व गुण से परिचित कराएगा। जिसके लिए जेएनयू दो दिवसीय ऑनलाइन कक्षाएं (बेवीनार) आयोजित करने जा रहा है। इस संबंध में मंगलवार को कुलपति प्रो एम जगदीश कुमार ने घोषणा की है।
जेएनयू के स्कूल ऑफ संस्कृत एंड इंडिक स्टडीज और स्कूल ऑफ लैंग्वेज एंड कल्चर स्टडीज की तरफ से 2 व 3 मई को रामायण से नेतृत्व पाठ नाम से इस ऑनलाइन कक्षा का आयोजन किया जा रहा हे। जेएनयू के छात्र, शिक्षक, कर्मी इस कक्षा में पंजीकरण कराने के बाद शाम 4 से 6 बजे तक शामिल हो सकते है। इस संबंध में मंगलवार को कुलपति प्रो एम जगदीश कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि एक बार राम के बारे में वर्ष 1946 में महात्मा गांधी ने कहा था। उस दौरान गांधी ने कहा था कि अकेले राम ही महान हैं उनसे बड़ा कोई नहीं है।
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वह कालातीत, निराकार, बेदाग हैं। ऐसे हैं मेरे राम, सिर्फ वही मेरे भगवान और गुरू हैं। जेएनयू छात्रों के लिए ‘रामायण से नेतृत्व पाठ’ विषय पर ऑनलाइन कक्षा आयोजित कर रहा है। जिसमें सभी जेएनयू समुदाय का स्वागत है।