झारखंड: पारा शिक्षक को अनुभव के आधार पर मिले लाभ
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने पारा शिक्षक नियोजन व सेवा शर्त नियमावली 2019 में संशोधन का प्रस्ताव दिया है। मोर्चा ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को प्रस्ताव देकर नियमावली के प्रारूप में संशोधन...
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने पारा शिक्षक नियोजन व सेवा शर्त नियमावली 2019 में संशोधन का प्रस्ताव दिया है। मोर्चा ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को प्रस्ताव देकर नियमावली के प्रारूप में संशोधन की मांग की है। मोर्चा के नेताओं ने कहा है कि पारा शिक्षकों को कार्यानुभव और योग्यता के आधार पर वेतनमान दिया जाए। टीईटी पास प्रशिक्षित व अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों के ग्रेड पे में अंतर किया जा सकता है।
तो चली जाएगी हजारों की नौकरी
मोर्चा ने कहा कि अगर नियमावली प्रारूप के आधार पर लागू होगी तो 60 हजार पारा शिक्षकों की सेवा समाप्त हो जाएगी। मोर्चा ने सुझाव दिया कि पारा शिक्षकों को नियुक्ति से आठ साल की सेवा होने पर ही वेतनमान का लाभ दिया जाए। आकलन परीक्षा में जो असफल होते हैं उन्हें मानदेय पर ही नियुक्त रहने दिया जाए।
नियमावली के लिए सुझाव
- आठ साल की सेवा होने पर ही पारा शिक्षकों को वेतनमान मिले
- टेट पास को तत्काल प्रभाव से वेतनमान का मिले लाभ
- एक हो आकलन परीक्षा, तीस फीसदी अंक पर मिले वेतनमान
- आकलन परीक्षा के लिए दो नहीं, मिले पांच मौका
- एक जनवरी 2019 से लागू हो नियमावली