आईआईटी में पढ़ेगा बैंक गार्ड का बेटा, जेईई एडवांस्ड परीक्षा में हासिल की 476वीं रैंक
अगर पूरी लगन के साथ मेहनत हो, तो हर मुश्किल घुटने टेक देती है। राजस्थान के कोटा में बैंक में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले शख्स के बेटे ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा पास कर ली है। 17 साल के युवराज...
अगर पूरी लगन के साथ मेहनत हो, तो हर मुश्किल घुटने टेक देती है। राजस्थान के कोटा में बैंक में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले शख्स के बेटे ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा पास कर ली है। 17 साल के युवराज सिंह शेखावत ने आईआईटी में एंट्री दिलाने वाली परीक्षा जेईई एडवांस्ड में 476वीं रैंक हासिल कर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। युवराज के पिता कान सिंह शेखावत कोटा में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की एक ब्रांच में गार्ड हैं।
49 वर्षीय कान सिंह मूल रूप से जयपुर के रहने वाले हैं लेकिन अपनी जॉब और बच्चों की पढ़ाई के लिए वह 9 साल पहले कोटा शिफ्ट हो गए थे। युवराज की इस वर्ष जेईई मेन में 334वीं रैंक आई थी। 12वीं में भी उन्होंने 94.6 फीसदी मार्क्स हासिल किए थे।
जब कान सिंह से यह पूछा गया कि सिक्योरिटी गार्ड की कम कमाई वाली नौकरी के बावजूद उन्होंने कैसे अपने बेटे को पढ़ाया, तो उन्होंने कहा, 'मेरा बेटा पढ़ाई में काफी अच्छा था। उसे लगातार स्कॉलरशिप मिलती गई और आगे की पढ़ाई का रास्ता साफ होता चला गया।'
युवराज ने कोटा के एलेन इंस्टीट्यूट से कोचिंग भी की जहां उसे स्कॉलरशिप ऑफर की गई। युवराज को पहले साल की कोचिंग में 90 फीसदी तक की स्कॉलरशिप और दूसरे साल की कोचिंग में 50 फीसदी तक की स्कॉलरशिप मिली।
कान सिंह ने कहा, 'अपने बेटे और बेटी की पढ़ाई के लिए मैंने अपने खर्चों में भी कटौती की।'
कान सिंह की बड़ी बेटी राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी, कोटा से बीटेक कर रही है।
इससे पहले युवराज NSEJS, INSO जूनियर, NSEP और NSEA जैसे कई ओलंपियाड और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल की है।
अपने फ्यूचर प्लान को लेकर उन्होंने कहा, 'मेरी कोशिश है कि मैं आईआईटी हैदराबाद, आईआईटी गुवाहाटी या आईआईटी रुड़की में दाखिला लूं। मैं आईआईटी से पढ़ाई करके इंजीनियर बनना चाहता हूं ताकि अपने घर का खर्च चलाने में परिवार का हाथ बंटा सकूं।