JAC 8th Result 2019: असफल छात्रों को मिलेगा सप्लीमेंट्री परीक्षा का मौका
आठवीं और नौवीं की परीक्षा में इस बार 1.17 लाख असफल बच्चों को जून में सप्लीमेंट्री परीक्षा देने का मौका मिलेगा। शिक्षा विभाग जैक को जून में सप्लीमेंट्री परीक्षा आयोजित करने को लेकर दिशा-निर्देश देगा।...
आठवीं और नौवीं की परीक्षा में इस बार 1.17 लाख असफल बच्चों को जून में सप्लीमेंट्री परीक्षा देने का मौका मिलेगा। शिक्षा विभाग जैक को जून में सप्लीमेंट्री परीक्षा आयोजित करने को लेकर दिशा-निर्देश देगा। विभागीय सचिव अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जैक को जल्द ही सप्लीमेंट्री परीक्षा लेने के लिए निर्देश दिया जाएगा। जो पांचों विषय में भी असफल रहे हैं, उन्हें भी परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा। नई व्यवस्था में पहली बार जैक ने परीक्षा आयोजित की है, इसे देखते हुए उन्हें एक मौका मिलना ही चाहिए। उन्होंने बताया कि सप्लीमेंट्री परीक्षा से पहले ऐसे बच्चों के लिए समर कैंप आयोजित किया जाएगा, जहां इनकी विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
आठवीं में 75 हजार व नौवीं में 42 हजार बच्चे असफल :
आठवीं के 75 हजार से अधिक बच्चे असफल (ग्रेड डी, 33 प्रतिशत से कम अंक) रहे हैं, जबकि नौवीं में 42 हजार से अधिक बच्चे शामिल हैं। अभी तक स्कूल स्तर पर ही परीक्षा आयोजित की जाती रही है, यह पहली बार है, जब शिक्षा विभाग की पहल के बाद जैक ने आठवीं व नौवीं कक्षा की परीक्षा आयोजित की। जैक ने नई व्यवस्था की शुरुआत करते हुए परीक्षा ओएमआर शीट पर ली, जिसमें परीक्षार्थियों को लघु प्रश्न दिए गए। लेकिन उन्हें दीर्घ प्रश्नों के उत्तर लिखने का मौका नहीं मिल पाया।
जैक सप्लीमेंट्री परीक्षा लेने को लेकर करेगा विचार :
आठवीं और नौंवी के असफल छात्रों के लिए जैक सप्लीमेंट्री परीक्षा लेने पर विचार कर सकता है। जैक के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने बताया है कि इन कक्षाओं की परीक्षा पहली बार काउंसिल ने आयोजित की है। बाद में बैठक कर सभी पहलुओं को देखकर सप्लीमेंट्री परीक्षा लेने पर विचार किया जाएगा। जो भी निर्णय होगा, उस पर अमल किया जाएगा।
बेहतर प्रदर्शन नहीं रहने से शिक्षा पर उठ रहे सवाल :
शिक्षा विभाग ने परीक्षा के परिणाम को लेकर समीक्षा करने का निर्देश भी दिया है। विभागीय सचिव ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक को रिजल्ट को लेकर समीक्षा करने के लिए कहा है। जिसके बाद जिन जिलों में खराब प्रदर्शन हुए हैं, उन जगहों पर शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर चलाए जाएंगे, ताकि कमजोरियों को समय रहते दूर कर लिया जाए।