पहल: मदरसों के आधुनिकीकरण पर पेशेवर तरीके से आगे बढ़ेगी सरकार
मदरसों के आधुनिकीकरण के लिए केंद्र सरकार पेशेवर तरीका अपनाएगी। सरकार की कोशिश है कि यह काम सरकार और मुसलिम समाज मिल कर करे। इसके लिए सरकार मदरसा से जुड़े लोगों की भी राय लेगी। ताकि, किसी तरह की...
मदरसों के आधुनिकीकरण के लिए केंद्र सरकार पेशेवर तरीका अपनाएगी। सरकार की कोशिश है कि यह काम सरकार और मुसलिम समाज मिल कर करे। इसके लिए सरकार मदरसा से जुड़े लोगों की भी राय लेगी। ताकि, किसी तरह की गलतफहमी की कोई गुंजाइश नहीं रहे।
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय मदरसों के आधुनिकीकरण के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार करा रहा है। इसके लिए मंत्रालय ने इस तरह की रिपोर्ट बनाने वाली विभिन्न एजेंसियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मांगा है। रिपोर्ट तैयार करने वाली एजेंसियां इस बारे में सभी की राय लेंगी। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मदरसों के आधुनिकीकरण को लेकर तमाम तरह के सुझाव आ रहे हैं। कई लोगों ने मदरसों में सुविधाएं बढ़ाने के लिए बहुत अच्छे सुझाव भी दिए हैं। पर हमारी कोशिश है कि इस बारे में पूरे अध्ययन और सभी के साथ आगे बढ़ा जाए।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि रिपोर्ट तैयार करने वाली एजेंसी मदरसे से जुड़े लोगों से भी बात कर मदरसों के आधुनिकीकरण के बारे में चर्चा कर उनकी राय को भी अपनी रिपोर्ट में शामिल करेगी। रिपोर्ट के आधार पर सरकार मदरसों को और बेहतर बनाने की दिशा में आगे बढ़ेगी। सरकार मदरसों को औपचारिक शिक्षा से जोड़ने की कोशिश करती रही है।
मंत्रालय का कहना है कि मदरसों के बारे में पेशेवर राय लेने का मकसद इनमें पढ़ने वाले बच्चों को उच्च शिक्षा से जोड़ना है। ताकि, मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को भी दूसरे स्कूलों के विद्यार्थियों की तरह अवसर मिल सके। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे औपचारिक शिक्षा हासिल करें और राज्य व दूसरे बोर्ड के इम्तिहान में बैठें। इसके साथ हम मदरसों में पढ़ाने वाले अध्यापकों की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने का भी प्रयास कर रहे हैं।