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इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस (IRMS) एग्जामिनेशन के बाद होंगे ये बदलाव, पढ़ें पूरी डिटेल्स

UPSC IRMSE 2023: मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे ने 2 दिसंबर को घोषणा की कि 2023 से, इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस (IRMS) में भर्ती यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा आयोजित परीक्षा के माध्यम से होगी। आइ

इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस (IRMS) एग्जामिनेशन के बाद होंगे ये बदलाव, पढ़ें पूरी डिटेल्स
Priyanka Sharmaलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 05 Dec 2022 06:46 PM
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UPSC IRMSE 2023: मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे  ने 2 दिसंबर को  घोषणा की कि 2023 से, इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस (IRMS) में भर्ती  यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा आयोजित परीक्षा के माध्यम से होगी। आइए विस्तार से जानते हैं इस परीक्षा के बारे में। आखिर इस परीक्षा के बाद भर्ती सिस्टम क्या- क्या बदलाव होंगे?

नई रेलवे सर्विस परीक्षा कैसी होगी?

सिविल सर्विस परीक्षा (CSE) की तरह, नई IRMS परीक्षा दो स्तरीय होगी - एक प्रारंभिक स्क्रीनिंग परीक्षा और एक मुख्य लिखित परीक्षा और इंटरव्यू। इसका उपयोग भारतीय रेलवे की ग्रुप A सर्विस में अधिकारियों की भर्ती के लिए किया जाएगा।

इंडियन रेलवे के प्रेस ब्रीफ के अनुसार, उम्मीदवारों की प्रारंभिक स्क्रीनिंग के लिए, उन्हें सिविल सर्विस (प्रारंभिक) परीक्षा में शामिल होना होगा। इसके बाद एक विशिष्ट IRMS (मुख्य) परीक्षा होगी जिसमें पारंपरिक निबंध-प्रकार (conventional essay-type questions) के प्रश्नों के चार पेपर होंगे।

पार्ट 1- (क्वालीफाइंग पेपर्स) में प्रत्येक 300 अंकों के लिए दो अलग-अलग निबंध-प्रकार के पेपर शामिल होंगे। एक संविधान की आठवीं अनुसूची (वर्तमान में, 22 भाषाओं) में शामिल किसी भी भारतीय भाषा पर एक परीक्षा होगी। दूसरी अंग्रेजी भाषा की परीक्षा होगी।

पार्ट  2 -  250 अंकों के दो वैकल्पिक पेपर शामिल होंगे। उम्मीदवार को किसी एक वैकल्पिक विषय का चयन करना होता है। उपलब्ध विषयों की लिस्ट इस प्रकार है।

सिविल इंजीनियरिंग
मैकेनिकल इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
कॉमर्स एंड अकाउंटेंसी

पार्ट 3- उम्मीदवारों का पर्सनालिटी टेस्ट यानी इंटव्यू होगा। जो 100 अंक का होगा।

बता दें, मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे के प्रेस ब्रीफ के अनुसार, उपरोक्त योग्यता और ऑप्शनल पेपर के लिए सिलेबस CSE के समान ही होगा।

यह परीक्षा पिछली IRMS भर्ती प्रणाली से कैसे अलग है?

ग्रुप A IRMS अधिकारी 10 अलग-अलग संगठित रेलवे सेवाओं में से किसी में सेवा दे सकते हैं, जो तीन अलग-अलग कैडर में विभाजित हैं:

- टेक्निकल सर्विस
- एडमिनिस्ट्रेटिव एंड अकाउंट सर्विस
- मेडिकल सर्विस

वर्तमान में इन तीनों के लिए भर्ती यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली तीन प्रमुख परीक्षाओं के माध्यम से की जाती है।

इस बदलाव के क्या होंगे परिणाम?

इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस (IRMS) में भर्ती परीक्षा आयोजित होने के बाद ये देखा जाएगा कि भर्तियों की गुणवत्ता कैसे बदलती है। रेलवे में उम्मीदवारों की कैसे भर्ती होती है।

IRMS परीक्षा का तत्काल प्रभाव पड़ता है कि उम्मीदवार रेलवे में भर्ती के लिए कैसे तैयारी करते हैं, और किस तरह के उम्मीदवार रेलवे सेवाओं में शामिल हो सकते हैं।

सबसे पहले, PIB प्रेस रिलीज के अनुसार, IRMS उम्मीदवारों के लिए योग्यता CSE से अलग होगी।  न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता में इंजीनियरिंग, कॉमर्स या चार्टर्ड एकाउंटेंसी में डिग्री शामिल है। इसका मतलब यह है कि IRMS में अब सोशल साइंस या प्योर साइंस (pure sciences) के बैकग्राउंड वाले ऑफिसर नहीं होंगे।

जबकि पहले, टेक्निकल कैडर में भर्ती के लिए समान योग्यता आवश्यकताएं थीं। CSE के माध्यम से प्रवेश करने वालों के लिए ऐसा नहीं था, जहां कोई भी ग्रेजुएशन की डिग्री वाले उम्मीदवार सर्विस के लिए आवेदन कर सकते थे। बता दें, IRMS परीक्षा से इंजीनियरिंग या कॉमर्स बैकग्राउंड वाले छात्रों को लाभ होने की संभावना है, जो CSE के लिए उपस्थित होने की योजना बना रहे हैं। अब उनके लिए विशेष रूप से एक और रास्ता खुल जाएगा।

दूसरा, नई प्रणाली के तहत, IRMS परीक्षा के साथ, केवल वही उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं जो रेलवे सर्विस के लिए काम करने में रुचि रखते हैं।

क्यों हुआ बदलाव?

लगभग 2017 से रेलवे भर्ती प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने की कुछ बातें चल रही हैं। पिछले तीन वर्षों में, प्रस्तावित IRMSE के तौर-तरीकों पर चर्चा के दौरान, रेलवे सेवाओं की ग्रुप A कैटेगरी में कोई भर्ती नहीं हुई है। जैसे ही 2023 में नई प्रणाली शुरू होगी, मंत्रालय ने घोषणा की कि इस वर्ष CSE के माध्यम से 150 अधिकारियों की भर्ती की जाएगी।

IRMSE के कारण  रेलवे में टेक्निकल और एडमिनिस्ट्रेटिव  दोनों पदों के लिए टेक्निकल नॉलेज का होना जरूरी है। यह देखते हुए कि ट्रेन प्रणालियां  टेक्निकल रूप से जटिल हैं, सभी अधिकारियों के लिए अधिक टेक्निकल स्पेशलिस्ट थ्योरीकल रूप से IRMS को बेहतर बनाने में मदद करेगी। खास तौर से इंडियन रेलवे ने खुद को आधुनिक बनाने के लिए कई टेक्निकल सुधार किए हैं। साथ ही, उम्मीद है कि ज्वाइंट प्रारंभिक परीक्षा के माध्यम से योग्य उम्मीदवारों की नियुक्ति रेलवे में होगी।

 

 

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