बड़े IITs की कतार में आने के लिए आईआईटी-आईएसएम धनबाद ने रखे दो लक्ष्य
देश के बड़े व पुराने आईआईटी की कतार में आने के लिए आईआईटी आईएसएम धनबाद ने अपने लिए मुख्यरूप से दो लक्ष्य निर्धारित किया है। वर्तमान में रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी) के तहत 29 करोड़ का प्रोजेक्ट आईआई
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IIT-ISM Dhanbad : देश के बड़े व पुराने आईआईटी की कतार में आने के लिए आईआईटी आईएसएम धनबाद ने अपने लिए मुख्यरूप से दो लक्ष्य निर्धारित किया है। वर्तमान में रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी) के तहत 29 करोड़ का प्रोजेक्ट आईआईटी आईएसएम में चल रहा है। आईआईटी धनबाद इसे बढ़ाकर सौ करोड़ रुपए करने के लिए काम कर रहा है। धीरे-धीरे इसे और बढ़ाया जाएगा। आईआईटी मद्रास समेत अन्य बड़े आईआईटी का आरएंडडी प्रोजेक्ट चार सौ से पांच सौ करोड़ रुपए का है। आरएंडडी के बाद पेटेंट पर मुख्यरूप से फोकस किया जा रहा है। बताते चलें कि एनआईआरएफ में आईआईटी आईएसएम को इंजीनियरिंग में देशभर में 14वीं व ओवरऑल 38वीं रैंक प्राप्त हुई है।
आईआईटी धनबाद के निदेशक प्रो. राजीव शेखर का कहना है कि हमलोगों का सारा ध्यान क्वालिटी पर है। क्वालिटी से कोई समझौता नहीं होगा। यही कारण है कि पीएचडी के कई संस्थानों में कम पेपर की पढ़ाई होती है। हमलोग नौ पेपर पढ़ा रहे हैं। पीएचडी छात्रों का रिसर्च पेपर दुनिया के टॉप जर्नल में प्रकाशित होनी चाहिए। इनमें दो इंडियन व एक विदेशी हो। आईपीआर को बढ़ाना है। संस्थान का रिसर्च प्रोफाइल बढ़ा है। प्रोडक्ट डेवलपमेंट में बीटेक छात्रों को जोड़ा जा रहा है। उनमें दिलचस्पी जगाई जा रही है। संस्थान की टैक्समिन कंपनी को टेक्निकल सर्विस प्रदान करने संबंधी कंपनी के रूप में ढाला जा रहा है। प्रो. राजीव शेखर ने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई के लिए दो स्टूडियो बनकर तैयार है। अब तक चार एनपीटीएल कोर्स की रिकार्डिंग भी हो चुकी है।
एनआईआरएफ में आईआईटी धनबाद
कैटेगरी 2021 2022
ओवरऑल 26 38
इंजीनियरिंग 11 14
मैनेजमेंट 30 46
रिसर्च इंस्टीट्यूशन 20 20