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IBPS क्लर्क भर्ती: फोटो मिलाने पर हुआ बड़ा खुलासा, मुन्नाभाई बोले- SBI में लगवा चुके हैं नौकरी

बड़ौदा उप्र ग्रामीण बैंक भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ गया है। फोटो मिलान के दौरान बैंक अधिकारियों ने शक के आधार पर दो मुन्ना भाइयों को रोककर पुलिस और राष्ट्रीयकृत एवं ग्रामीणों बैंक के अधिकारियों को...

IBPS क्लर्क भर्ती: फोटो मिलाने पर हुआ बड़ा खुलासा, मुन्नाभाई बोले- SBI में लगवा चुके हैं नौकरी
हिन्दुस्तान संवाद,रायबरेलीSat, 18 Jan 2020 01:35 PM
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बड़ौदा उप्र ग्रामीण बैंक भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ गया है। फोटो मिलान के दौरान बैंक अधिकारियों ने शक के आधार पर दो मुन्ना भाइयों को रोककर पुलिस और राष्ट्रीयकृत एवं ग्रामीणों बैंक के अधिकारियों को भेज दी है। दोनों के खिलाफ कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस बैंक में नियुक्ति लेने आए अभ्यर्थियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। फर्जीबाड़े में बिहार में सक्रिय रैकेट के शामिल होने की आशंका है।
    
बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में मौजूदा समय में क्लर्क और अधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। इंडियन बैंकिंग पर्सनल सर्विस के माध्यम से यहां पर 286 क्लर्क और 458 अधिकारियों निुयक्ति होनी है। चुने गए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने के लिए 13 जनवरी से सत्यापन किया जा रहा है। यह क्रम 29 जनवरी तक चलेगा। गुरुवार को क्लर्क पद पर नियुक्ति लेने आए बिहार प्रांत के नालंदा जनपद के कुबड़ा बिगहा मजरे परिऔना निवासी कन्हैया कुमार और बाईपास रोड गोविंदपुर पटना के राजीव रंजन की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। शैक्षणिक प्रमाण पत्र समेत हस्ताक्षर सत्यापन के दौरान फर्जीवाड़ा पकड़ में आया।
    
प्रारंभिक पूछताछ में पकड़े गए दोनो युवकों ने बताया कि बैंक में नौकरी के लिए दोनो से 11-11 लाख रुपये की मांग सॉल्वरों ने की थी। बैंक अधिकारियों के मुताबिक, कन्हैया ने आठ लाख और राजीव ने तीन लाख रुपये एडवांस में देने की बात बताई है। युवकों ने स्वीकार किया कि उन दोनों की परीक्षा भी साल्वरों ने ही दी। साक्षात्कार में भी वही शामिल हुए और बायोमेट्रिक टेस्ट भी उन्होंने ही दिया।
   
यह दोनो ज्वाइनिंग के लिए ग्रामीण बैंक शहर स्थित  मुख्यालय आए तो उन्हीं साल्वरों ने यहां भी बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठा लगाया और इसके बाद निकल गए। इसके बाद शैक्षणिक प्रपत्रों का सत्यापन और हस्ताक्षर का मिलान करना बाकी रह जाता है। जिसमें खास कोई ध्यान नहीं देता। बैंक अधिकारियों को फोटो मिलान के वक्त कुछ शक हुआ। यहीं दोनों मुन्ना भाई पकड़ में आ गए। भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़े का मामला पकड़ में आने पर तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। बैंक के मुख्य प्रबंधक शमसुद्दीन खान की तरफ से कोतवाली में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। युवकों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। इस रैकेट की धरपकड़ के लिए सर्विलांस और स्वाट टीम को भी लगाया गया है।

इस फर्जीवाड़े के पकड़े जाने से अब अयोग्य लोग बैंक में नहीं आ सकेंगे। पुलिस इस गिरोह का पर्दाफाश करेगी। साथ ही जहां पर फर्जी नियुक्तियां हो गईं हैं उन्हें भी निरस्त किया जा सकता है।
डीपी गुप्ता, निदेशक, बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक

बिहार के दो युवकों से पूछताछ की जा रही है। सर्विलांस और स्वाट टीम साथ में है। हम जल्द ही इस पूरे गिरोह का खुलासा करेंगे। 
अतुल कुमार सिंह, शहर कोतवाल

एसबीआई में हो गई भर्तियां
पकड़े गए दो मुन्ना भाइयों के मुताबिक, हमारी परीक्षा और अन्य प्रक्रिया पूरी कराने वाले गिरोह के जरिए कुछ लोग भारतीय स्टेट बैंक में नौकरी पा भी चुके हैं। मुन्ना भाइयों से मिली इस सूचना के बाद बैंक अधिकारी चौकन्ने हो गए हैं। ग्रामीण बैंक के अफसरों ने इैंक भर्ती करने वाली संस्था इंडियन बैंकिंग पर्सनल सर्विस के अधिकारियों को भी सतर्क कर दिया है।

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