ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News करियरUPSC : पहले अटेम्प्ट में IAS एग्जाम क्रैक करने के 7 टिप्स, सिलेबस को लेकर ध्यान रखें ये बातें

UPSC : पहले अटेम्प्ट में IAS एग्जाम क्रैक करने के 7 टिप्स, सिलेबस को लेकर ध्यान रखें ये बातें

एक सफल अभ्यर्थी औसतन तीसरी या चौथी बार में यूपीएससी पास करता है। अगर रणनीति ठीक तरह से बनाई जाए और उसे पूरे प्लान के साथ लागू किया जाए तो वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पहली बार में पास की जा सकती है।

UPSC : पहले अटेम्प्ट में IAS एग्जाम क्रैक करने के 7 टिप्स, सिलेबस को लेकर ध्यान रखें ये बातें
Pankaj Vijayलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीMon, 28 Nov 2022 04:33 PM
ऐप पर पढ़ें

UPSC Civil Services Exam : देश के सर्वोच्च प्रशासनिक पदों पर सेवाएं देना लाखों युवाओं का सपना होता है। इसके लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) हर साल प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है। देशभर से हर साल करीब 10 लाख युवा सिविल सेवा परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं। अपने इस सपने को पूरा करने के लिए युवा सालों साल तैयारी करते रहते हैं। आवेदन करने वाले 10 लाख में से करीब 800 लोगों का ही फाइनल सेलेक्शन हो पाता है। यूपीएससी सिविल सर्विस प्रीलिम्स परीक्षा 2023 व आईएफएस (इंडियन फॉरेस्ट सर्विस) 2023 का आयोजन 28 मई 2023 को होगा। इसकी अधिसूचना 01 फरवरी 2023 को जारी की जाएगी। इसके लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 21 फरवरी 2023 होगी। 

सिविल सेवा परीक्षा  न केवल अभ्यर्थी की अकादमिक स्तर पर काबिलियत देखती है बल्कि उसका दृढ़ संकल्प, मानसिक दृढ़ता और धैर्य के मानकों पर व्यक्ति को परखती है। एक सफल अभ्यर्थी औसतन तीसरी या चौथी बार में यूपीएससी पास करता है। लेकिन अगर रणनीति ठीक तरह से बनाई जाए और उसे पूरे प्लान के साथ लागू किया जाए तो वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पहली बार में पास की जा सकती है। 

यहां हैं इसके कुछ टिप्स - 

जल्द से जल्द तैयारी शुरू कर दें
कई उम्मीदवार अपने कॉलेज की डिग्री के पहले वर्ष में ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर देते हैं। इससे छात्र शुरुआती सालों में ही अपना नजरिया स्पष्ट कर लेते हैं। सिलेबस याद कर लेते हैं। वह अपने दिमाग के लंबी तैयारी के लिए तैयार कर लेते हैं। इसके अलावा ऐसे उम्मीदवारों के उदाहरणों की हर बार मिलते हैं जिन्होंने देर से शुरुआत की। वह अकसर अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी छोड़ कर यूपीएससी की तैयारी करते हैं और सफलता भी पाते हैं।

UPSC : IAS अफसर देने में राजस्थान ने यूपी को पछाड़ा, 24 में सिर्फ इन 3 को मिली अपने राज्य में पोस्टिंग, देखें लिस्ट

सही गुरु खोजें
यूपीएससी की तैयारी कोई बोर्ड परीक्षा या प्रवेश परीक्षा की तैयारी नहीं है। कई कई वर्षों तक लोग इसकी तैयारी में पसीना बहाते हैं। इस विस्तृत क्षेत्र में अभ्यर्थी कई बार भटक जाता है। अच्छी गाइडेंस मिलने से उम्मीदवारों को उन कुछ प्रमुख मुद्दों से निपटने में मदद मिलती है जो आए दिन उन्हें उलझाते हैं। सही गाइडेंस मिलने से फिजूल की चीजों पर ध्यान नहीं भटकता और राह आसान हो जाती है।

योजना बिल्कुल स्पष्ट होनी चाहिए
पहले प्रयास में यूपीएससी पास करने के लिए एक स्पष्ट रणनीति व योजना का होने बेहद जरूरी है। अकसर इस लाइन में उम्मीदवार विस्तृत सिलेबस के फेर में या तो उलझ जाते हैं या फिर घुटने टेक देते हैं। वह लगातार एक विषय से दूसरे विषय पर कूदते रहते हैं। इससे समय बीतता जाता है। सटीक योजना बनाएं। किस समय तक क्या कंपलीट कर देना है, कितना सिलेबस कितने समय में पूरा कर देना है, इसकी सटीक व व्यावहारिक रणनीति बनाएं। 

अध्ययन सामग्री सीमित रखें
यूपीएससी की तैयारी के क्षेत्र में अध्ययन सामग्री का विशाल भंडार हैं। दुकानों में तमाम तरह की किताबें और नोट्स लबालब भरे पड़े हैं। इसमें डूबना आसान है। सबको पढ़ने की इच्छा आपको गलत ओर ले जा सकते हैं। अपने स्रोतों को अंतिम रूप देना आवश्यक है। उन पर टिके रहना और उन्हें बार-बार अपडेट करना महत्वपूर्ण है। अकसर यह देखा जाता है कि उम्मीदवार नई सामग्री के प्रति आकर्षित हो जाते हैं और जो हाथ में है, उसे छोड़ देते हैं। यह केवल भ्रम की ओर ले जाता है। याद रखें कोई भी सामग्री संपूर्ण कवरेज की गारंटी नहीं दे सकती क्योंकि यह इस परीक्षा की प्रकृति है।

नियमित तौर पर रिविजन बेहज दरूरी
उम्मीदवार अकसर सिलेबस के विभिन्न टॉपिक्स को पूरा करते जाते हैं। लेकिन कुछ समय बाद इसे भूल जाते हैं। ऐसी पढ़ाई करना कुछ न पढ़ने जैसा है। नियम बनाएं कि सप्ताह के दौरान आपने जो कुछ भी पढ़ा है उसे सप्ताह के अंत में और इसी तरह हर पखवाड़े और महीने में रिवाइज करें। रिविजन करने से विषय को और बेहतर एवं अलग अलग एंगल से समझने में मदद मिलती है। प्रश्न अगर घुमारकर आ जाए, तो बार बार की गई रिविजन ही इसमें काम आती है। 

खुद को परखते रहें
पेपर के सभी तीन चरणों के लिए खुद को नियमित रूप से परखना महत्वपूर्ण है। यह न केवल आवश्यक पाठ्यक्रम सुधार की अनुमति देता है बल्कि बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरणा के एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में भी कार्य करता है। प्रीलिम्स के लिए हर हफ्ते कम से कम एक बार टेस्ट लिखें। परीक्षा के करीब आने पर इसे दो या तीन तक बढ़ाया जा सकता है। मुख्य परीक्षा के लिए प्रत्येक दिन एक उत्तर लिखकर शुरू करें और समय, पहलू और विविधता पर ध्यान केंद्रित करते हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ें।

प्रेरित और स्वस्थ रहें
प्रेरणा और मानसिक शक्ति की अहमियत अकसर दरकिनार कर दी जाती है। चूंकि यूपीएससी की यात्रा बहुत लंबी और थका देने वाली होती है इसलिए कभी-कभी निराश होना आसान और स्वाभाविक होता है। मस्तिष्क और शरीर को पर्याप्त आराम देने के लिए योग, ध्यान या हल्के व्यायाम के लिए छोटे-छोटे ब्रेक ले सकते हैं। 

Virtual Counsellor