ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News करियरखुद को कैसे train करें आप?

खुद को कैसे train करें आप?

आपने रोजाना अंग्रेजी अखबारों, मैगजीन, नॉवल्स को फौलो किया। उनकी लैंग्वेज और वोकेबुलरी प्रैक्टिस की, अंग्रेजी की कई मूवीज देखी। टीवी पर एंकर्स को देखकर आपने अपनी कम्यूनिकेशन स्किल्स सुधारीं। जितना हो...

खुद को कैसे train करें आप?
करुणा कृति,नई दिल्ली Wed, 17 Jan 2018 04:55 PM
ऐप पर पढ़ें

आपने रोजाना अंग्रेजी अखबारों, मैगजीन, नॉवल्स को फौलो किया। उनकी लैंग्वेज और वोकेबुलरी प्रैक्टिस की, अंग्रेजी की कई मूवीज देखी। टीवी पर एंकर्स को देखकर आपने अपनी कम्यूनिकेशन स्किल्स सुधारीं। जितना हो सका, आप अपनी स्पोकन इंग्लिश को सुधारने के लिए खुद को ट्रेन करते रहे। इतना ही नहीं, संकोच करते हुए ही सही, आपने दूसरों से जब भी बात की, अंग्रेजी में की। कई दिनों के बाद आपकी यह मेहनत रंग लाई और अब आप फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करने लगे हैं। लेकिन इस बीच क्या कभी आपने सोचा कि कहीं आप अनजाने में कुछ गलतियां दोहरा तो नहीं रहे! ऐसे में यह जरूरी है कि आप खुद को जज  करें कि आपकी ट्रेनिंग में निम्न बातें शामिल हैं या नहीं :

किस एक्सेंट को फॉलो कर रहे हैं? 
भारत में अक्सर लोग अमेरिकन या ब्रिटिश एक्सेंट को  फौलो करना पसंद करते हैं। ऐसे में आपके दिमाग में भी यह बात स्पष्ट होनी चाहिए कि आप किस एक्सेंट में बात कर रहे हैं, क्योंकि  हर एक्सेंट के pronunciation, grammar और spelling  अलग-अलग होते हैं। वैसे American और  British accent में बात करने वाले लोग एक-दूसरे की भाषा को आसानी से समझ सकते हैं। 


अपने mouth movements पर ध्यान दिया?
क्या आपने कभी बोलते वक्त अपने mouth movements पर गौर किया है? अगर नहीं, तो आप एक काम कर सकते हैं-
कुछ दिनों तक जब भी टीवी देखें, किसी न्यूज चैनल पर अपने किसी पसंदीदा  होस्ट के mouth movements पर ध्यान दें। इससे आपको समझ आने लगेगा कि आपके mouth movements किस तरह के होने चाहिए। उसके बाद अपने फोन में वीडियो रिकॉर्डर ऑन करके या शीशे के सामने जाकर अंग्रेजी में कुछ भी बोलना शुरू कर दें। फिर आप खुद को परखें कि आपके mouth movements कैसे हैं? आप जो भी बोल रहे हैं, कहीं वह बनावटी तो साउंड नहीं कर रहा? इसके लिए आप चाहें तो खुद का एक छोटा-सा टेस्ट भी ले सकते हैं। आप किसी वीडियो को mute कर दें और होस्ट के mouth movements पर गौर करते हुए लिखते जाएं कि वह क्या बोल रहा है। कुछ देर बाद आप वीडियो का mute button ऑन करें और उसे रिवाइंड करके देखें कि आपने कॉपी पर जितना लिखा है, उसमें से कितने शब्द सही हैं। अगर अधिकतर शब्द सही निकले, तो इसका मतलब है कि आप सही दिशा में जा रहे हैं, और अगर अधिकतर शब्द गलत निकले, तो फिर आप इस टेस्ट को कुछ दिन और प्रैक्टिस करें। इससे आपको समझ आएगा कि किस शब्द के उच्चारण में आपको कितना मुंह खोलना है। 

आपके बात करने के तरीके में आपकी मातृभाषा का प्रभाव तो नहीं आता?
कई लोग अंग्रेजी बोलते वक्त अपनी मातृभाषा का word to word translation कर देते हैं, जो  grammatically सही नहीं होता। इसके अलावा भी कई बार हमारे accent में  mother tongue का प्रभाव दिख जाता है। उदाहरण के तौर पर देखें तो अक्सर South India के लोग 'I' और 'N' के इस्तेमाल वाले शब्दों पर ज्यादा देर रुकते हैं। उसी तरह बंगाल और बिहार के लोग अक्सर 'Z'  की बजाय 'J' अक्षर का इस्तेमाल करते हैं, जैसे  zero के बदले jero और when के बदले ven  का इस्तेमाल करते हैं, जो गलत है। इसीलिए इन दोनों के उच्चारण के फर्क को समझना जरूरी है। 

 

आपकी  Rhythm कैसी है?
देखें कि बात करते वक्त आपकी  Rhythm यानी बात करने की गति कैसी है। अगर आप बहुत तेजी से बात करते हैं तो हो सकता है कि सामने वाला इंसान हमारी आधी बात समझ ही न पा रहा हो। ऐसे में धैर्य रख कर बात करनी चाहिए, लेकिन ऐसा भी न हो कि आप इतने धीरे बात करें कि सामने वाला आपकी बातें सुनकर irritate होने लग जाए।                                              

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें